भारतीय रेलवे (Indian Railways) की ‘रेल कोच फैक्ट्री (RCF), कपूरथला’ ने 28 दिनों के देशव्‍यापी लॉकडाउन के बाद 23 अप्रैल, 2020 से एक बार फिर से प्रोडक्शन शुरू कर दिया है. कोविड-19 (covid 19) के खिलाफ अथक लड़ाई के बीच गृह मंत्रालय (Home Ministry) और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी सभी सुरक्षा सावधानियों और दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए इस कारखाने (Factory) को फि‍र से खोला गया है. कुल मिलाकर 3744 कर्मचारियों को काम शुरू करने की इजाजत दी गई है जो आरसीएफ परिसर टाउनशिप के अंदर रह रहे हैं. गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों और राज्य सरकारों की एडवाइजरी के अनुसार भारतीय रेलवे की अन्य उत्पादन इकाइयां भी इस बारे में परामर्श मिलते ही निर्माण कार्य फिर से शुरू कर देंगी.

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दो दिन में बने दो डिब्बे

डिब्बे बनाने के लिए संसाधनों की सीमित उपलब्धता के बावजूद आरसीएफ कपूरथला (RCF Kapurthala) ने सिर्फ दो दिनों में ही दो कोच तैयार कर लिए हैं. इनमें एक-एक एलएचबी हाई कैपेसिटी पार्सल वैन (LHB High Capacity Parcel Van) और लगेज कम जेनरेटर कार शामिल हैं जो क्रमशः 23 अप्रैल, 2020 और 24 अप्रैल, 2020 को तैयार की गई हैं. इन डिब्बों के प्रोडक्शन से पार्सल एक्सप्रेस ट्रेनें चलाने में मदद मिलेगी.

कर्मचारियों को दी गई सेफ्टी किट

लॉकडाउन के बाद ड्यूटी में शामिल होने वाले सभी कर्मचारियों को एक-एक सेफ्टी किट जारी की गई है. इस किट में मास्क, सैनिटाइजर की बोतल और साबुन शामिल हैं. कर्मचारियों को कारखाने में डिब्बे बनाने के लिए ड्यूटी पर बुलाया गया है साथ ही प्रशासनिक कार्यालयों में सभी अधिकारी अपने-अपने कार्यालयों में ड्यूटी पर वापस आ गए हैं. फिलहाल 33 प्रतिशत कर्मचारियों को रोटेशन रोस्टर के आधार पर ड्यूटी पर बुलाया जा रहा है.  

निर्देशों का किया जा रहा है पालन

कोविड जागरूकता पोस्टरों के साथ-साथ उन सभी सुरक्षा निर्देशों को फैक्ट्री, ऑफिस और आवासीय परिसरों में प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित किया गया है जिनका पालन किया जाना है.  सभी कर्मचारियों को उनके पर्यवेक्षकों और अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से परामर्श दिया जा रहा है, ताकि कार्य स्थल पर सुरक्षा संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन किया जा सके.

 

सोशल डिस्टेंसिंग के लिए किए गए इंतजाम

श्रमिकों को तीन शिफ्टों में अलग-अलग समय पर बुलाया जा रहा है. सभी तीनों शिफ्ट के लिए आने के समय, दोपहर के लंच के समय और बाहर निकलने के समय के बीच काफी अंतर रखा गया ह.  प्रवेश द्वारों पर थर्मल स्कैनर द्वारा हर कर्मचारी की स्‍क्रीनिंग की जा रही है, ताकि उनके शरीर के तापमान की जांच की जा सके. कोविड से संबंधित किसी भी मामले को संभालने के लिए आरसीएफ परिसर में 24 बेड वाला क्‍वारंटाइन केंद्र और एलएलआर अस्पताल में 8 बेड वाला आइसोलेशन वार्ड पूरी तरह से तैयार है.