दीपावली और महापर्व छठ की समाप्ति के बाद अन्य राज्यों में रोजगार और नौकरी करने वाले वापस लौटने लगे हैं या वापसी की तैयारी में हैं. रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर भीड़ लगी है. स्टेशनों के टिकट खिड़कियों पर लोगों की लंबी कतार लगी है, तो कई तत्काल में ही टिकट ले रहे हैं। ऐसे लोग भी हैं, जो छठ पर अपने प्रदेश आये थे, उन्हें ट्रेनों में सीट नहीं रहने के कारण चिंता सता रही है. हालांकि, रेलवे कई विशेष ट्रेन चलाने का दावा कर रही है.

2800 रुपए से 3000 रुपए तक वसूला जा रहा किराया

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महापर्व छठ में बड़ी संख्या लोग अपने घर बिहार लौटते हैं. उन्हें अब वापस लौटने की चिंता है. बिहार से वापस जाने के लिए ट्रेनों में टिकट नहीं मिल रहा. लोग सामान्य श्रेणी में जा रहे हैं. इससे सामान्य श्रेणी में लोगों की भारी भीड़ हो जा रही है. ट्रेन में भीड़ से बचने के लिए लोग बसों का सहारा ले रहे हैं। बिहार से अन्य राज्यों में जाने वाली बसों का किराया आसमान छू रहा है. बताया जा रहा है पटना से लखनऊ के लिए निजी बसों में 2800 से 3000 रुपये तक किराया वसूला जा रहा है. कुछ लोग भीड़ से बचने के लिए चार -पांच दिन बाद वापस लौटने की योजना बना रहे हैं.

लंबी दूरी के लिए चलाई जा रही 446 ट्रेन

भीड़ को देखते हुए रेलवे ने विशेष व्यवस्था बनाई है. पूर्व मध्य रेलवे का दावा है कि विभिन्न रेलवे स्टेशनों से विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं. पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने बताया कि आठ नवंबर से 22 नवंबर के बीच पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों से लंबी दूरी की 446 विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं.शुक्रवार को बरौनी, दरभंगा, दानापुर, गया, जयनगर, मुजफ्फरपुर, पटना, रक्सौल, सहरसा, समस्तीपुर एवं अन्य स्टेशनों से 35 विशेष ट्रेनें देश के विभिन्न स्टेशनों के लिए चलीं. 

पूर्व मध्य रेलवे के पीआरओ सरस्वती चंद्र ने दावा करते हुए कहा कि सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था की गई है. सुरक्षा को लेकर भी चौकसी बरती जा रही है। राज्य सरकार से समन्वय स्थापित कर विभिन्न स्टेशनों पर होमगार्ड की तैनाती की गई है.