भारतीय रेलवे की ओर से खास तरह के विस्टा डोम कोच (Vista Dome Coach) तैयार कराए गए हैं. इन डिब्बों की छत और सीट के साथ लगी खिड़कियों व आसपास का हिस्सा पूरी तरह से पारदर्शी है. इन्हें खास तरह के प्लास्टिक से बनाया गया है. इन डिब्बों को कालका से शिमला के बीच चलने वाली ट्वाय ट्रेन में चलाए जाने की योजना है. इस डिब्बे में यात्रा कर के यात्रियों को शिमला की वादियां और खूबसूरत दिखाई देंगी. शनिवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शिमला में इस विस्टा डोम कोच का जायजा लिया. जल्द ही इस डिब्बे को गाड़ियों में चलाना शुरू किया जाएगा. इस मौके पर उन्होंने यहां चल रहे अन्य कामों का भी जायजा लिया.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

शुरु हुआ 100 दिनों का मिशन

रेलवे की ओर से कालका शिमला रेल सेक्शन पर Mission 100 Days नाम से एक अभियान शुरू किया गया है. इस अभियान के तहत इस रेल सेक्शन पर कई तरह के विकास कार्य किए जाने हैं.

अब तक इस रेल रूट पर रेलगाड़ी की अधिकतम गति 15 किलोमीटर तक थी. इसे बढ़ा कर 25 किलोमीटर प्रति घंटा तक किया जाना है. गाड़ियों की गति को बढ़ाने के लिए इस ट्रैक में कई तरह के सुधार कार्य किए जा रहे हैं. कालका शिमला रेल रूट वर्ल्ड हेरिटेज रेलवे सेक्शन है.

रेल यात्रियों की लिए शुरु हुई ये बेहतरीन सेवा

देश भर से यात्री शिमला घूमने जाते हैं. शिमला जाते समय रास्ते में कई खूबसूरत जगहें पड़ती हैं. ऐसे में ट्वाय ट्रेन से यात्रा के दौरान यात्री रास्तें में कहीं रुकते हैं तो उन्हें ट्रेन चलने के पहले तुरंत ट्रेन में चढ़ना होता है. ऐसे में कई बार वो ठीक से रास्ते में घूम नहीं पाते.

रेलवे की ओर से एक HOP ON -HOP OFF सेवा शुरू की गई है. इसक तहत रेल यात्री खास तरह का टिकट खरीद कर रास्तें के किसी भी स्टेशन पर उतर सकते हैं. वहीं वो चाहें तो अपनी रेलगाड़ी को छोड़ कर कुछ देर घूमने के बाद पीछे से आ रही रेलगाड़ी में यात्रा यात्रा कर सकते हैं. ये टिकट पूरे दिन के लिए मान्य होता है.