रेल मंत्री के ऐलान से वेटिंग टिकट की टेंशन खत्म, दिवाली-छठ पर सबको मिलेगा Confirm Ticket! 1 करोड़ पैसेंजर्स को तोहफा
Diwali, Chhath Puja Special Train: त्योहारों का मौसम नजदीक आता देख भारतीय रेलवे ने दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ के मौके पर एक करोड़ से अधिक यात्रियों की सुविधा के लिए स्पेशल ट्रेनों का ऐलान किया है.
Diwali, Chhath Puja Special Train: दीपावली और छठ पूजा के दौरान ट्रेन में यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे ने 10 हजार से ज्यादा स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की है. इसके अलावा, सौ से ज्यादा ट्रेनों में जनरल कोच बढ़ाने का भी फैसला लिया गया है. रेलवे के इस फैसले से करीब एक करोड़ यात्रियों को सुविधा मिलेगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी दी.वैष्णव ने शुक्रवार को जानकारी दी कि रेलवे ने दीपावली और छठ पूजा को ध्यान में रखते हुए विशेष तैयारियां की हैं.
Diwali, Chhath Puja Special Train: 108 ट्रेनों में बढ़ाए जाएंगे जनरल कोच, 12,500 स्पेशल ट्रेनों को दी मंजूरी
रेलवे करीब 108 ट्रेनों में जनरल कोच बढ़ाने जा रही है, ताकि अधिक से अधिक यात्रियों को सफर करने का अवसर मिल सके. रेल मंत्री ने कहा कि दीपावली और छठ पूजा के दौरान 12,500 विशेष ट्रेनों का संचालन करने की मंजूरी दी गई है. इसके अतिरिक्त, 2024-2025 में 5,975 ट्रेनें अधिसूचित की गई हैं. रेलवे के अनुसार, इससे 1 करोड़ से अधिक यात्रियों को दीपावली और छठ पूजा की भीड़ के दौरान घर जाने की सुविधा मिलेगी. आपको बताते चलें, साल 2023 और 2024 में पूजा विशेष ट्रेनों की संख्या 4,429 थी.
Diwali, Chhath Puja Special Train: आनंद बिहार से बिहार के बरौनी तक चलेगी ट्रेन
25 सितंबर को आनंद विहार से बरौनी के बीच स्पेशल ट्रेन चलाने की बात कही. स्पेशल ट्रेन 6 अक्टूबर से शुरू होकर 17 नवंबर तक चलेगी. ट्रेन एसी स्पेशल होगी, जो आनंद विहार से लखनऊ होते हुए बरौनी पहुंचेंगी. ट्रेन सुबह 9 बजे आनंद विहार से चलेगी और अगले दिन सुबह 6:30 बजे बरौनी पहुंचेगी. एसी स्पेशल ट्रेन अलीगढ़, टूंडला, इटावा, कानपुर, लखनऊ, सुल्तानपुर, जौनपुर, गाजीपुर सिटी, बलिया, सुरेमनपुर, छपरा और हाजीपुर में रुकेंगी. इस ट्रेन में 16 थर्ड एसी, 2 पावर कार समेत 18 कोच होंगे.
बता दें कि हर साल दीपावली और छठ पूजा के अवसर पर देश भर से बड़ी संख्या में लोग उत्तर प्रदेश और बिहार की ओर प्रस्थान करते हैं. यूपी-बिहार के लोगों के लिए यह त्योहार न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि परिवारों से मिलने का भी एक अहम अवसर होता है. इस दौरान स्थिति ऐसी हो जाती है कि दो-तीन महीने पहले से ही अधिकांश ट्रेन की टिकट वेटिंग लिस्ट में चली जाती हैं. ट्रेनों में भारी भीड़ होने के कारण यात्रा करना अक्सर मुश्किल हो जाता है.