Railway Income: मध्य रेल ने वित्त वर्ष 2023-24 में ₹ 122.35 करोड़ के अभूतपूर्व राजस्व के साथ भारतीय रेल के सभी क्षेत्रों के बीच उच्चतम गैर-किराया राजस्व (NFR) में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है. मध्य रेल ने न केवल वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित ₹ 102.80 करोड़ के एनएफआर (गैर किराया राजस्व) लक्ष्य को पार कर लिया है, बल्कि पिछले वर्ष के ₹ 87.44 करोड़ के राजस्व से 39.92% वृद्धि भी दर्ज की है. यह उल्लेखनीय उपलब्धि मध्य रेल की राजस्व स्ट्रीम को बढ़ाने और यात्रियों को असाधारण सेवाएं प्रदान करने की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाती है.

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यह उपलब्धि गैर-किराया राजस्व सृजन में लगातार तीसरे वर्ष सभी क्षेत्रीय रेलवे के बीच मध्य रेल की अग्रणी स्थिति को भी मजबूत करती है, जो राजस्व वृद्धि में इसके अद्वितीय समर्पण और अभिनव रणनीतियों को प्रदर्शित करती है.

इस सफलता का श्रेय मध्य रेल (Central Railway) द्वारा की गई रणनीतिक पहलों की एक श्रृंखला को दिया जा सकता है. वूलू शौचालयों के कार्यान्वयन, विद्युत वाहन चार्जिंग सुविधाओं की शुरूआत, फार्मेसियों के साथ आपातकालीन चिकित्सा कक्षों की स्थापना, गैर-खानपान वस्तुओं के लिए वेंडिंग अनुबंध और बीओएक्सएन वैगनों की सफाई के अनुबंध जैसे प्रमुख प्रयासों ने गैर-किराया राजस्व की वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.

कहां से होती है रेलवे की कमाई?

इसके अतिरिक्त, साझेदारी और सहयोग ने राजस्व सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. ऐप-आधारित कैब सेवाओं, स्लीपिंग पॉड की शुरूआत और सात अलग-अलग स्थानों पर रेस्तरां-ऑन-व्हील्स के संचालन से न केवल राजस्व स्रोतों में विविधता आई है, बल्कि यात्री अनुभव और संतुष्टि में भी वृद्धि हुई है.

 जनऔषधि केंद्र

रेलवे स्टेशनों पर आने वाले यात्रियों के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ाने के प्रयास में, पायलट प्रोजेक्ट के रूप में मध्य रेल के लोकमान्य तिलक (T), मनमाड, पिंपरी और सोलापुर स्टेशनों पर 4 जनऔषधि केंद्रों की शुरुआत की गई है. .

वन स्टेशन वन प्रोडक्ट (OSOP)

'वन स्टेशन वन प्रोडक्ट' जैसी पहल के माध्यम से "वोकल फॉर लोकल" के तहत स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा देने की मध्य रेल की प्रतिबद्धता ने विविध ओएसओपी आउटलेट के साथ सराहनीय परिणाम प्राप्त किए हैं. पूरे नेटवर्क में 91 ओएसओपी स्टॉल चालू होने के साथ, मध्य रेल ने वित्तीय वर्ष के दौरान 2,48,529 वस्तुओं की बिक्री की सुविधा प्रदान की है, जिसकी राशि ₹ 2.07 करोड़ है.

रेस्टोरेंट ऑन व्हील्स

वर्तमान में 7 रेस्टोरेंट ऑन व्हील्स चालू हैं. दादर, एलटीटी, अमरावती, अकोला, शेगांव, नासिक रोड और पुणे.

खानपान

मध्य रेल ने ₹ 95.61 करोड़ के लक्ष्य की तुलना में ₹104.62 करोड़ का खानपान राजस्व अर्जित किया है, यानी लक्ष्य से 9.43% अधिक और पिछले वर्ष ₹97.44 करोड़ के राजस्व से यानी 7.37% वृद्धि .

भारत गौरव ट्रेन (BGT)

आईआरसीटीसी के सहयोग से मध्य रेल द्वारा 23 BGT सेवाएं चलाई गईं, जिससे ₹ 10.25 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ.

अमृत स्टेशन (Amrit Statn)

एबीएसएस योजना के तहत 1793.09 करोड़ रुपये की लागत से 77 स्टेशनों को "अमृत स्टेशन" के रूप में विकसित किया जा रहा है, जो यात्रियों के लिए यात्रा अनुभव को और समृद्ध एवं बेहतर करेगा.

CSMT, पुणे और नागपुर स्टेशनों पर आधार काउंटरों की शुरुआत यात्रियों को सुविधाजनक और आवश्यक सेवाएं प्रदान करने के लिए मध्य रेल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.

ठेकों से बढ़ी रेलवे की कमाई

विभिन्न एनएफआर ठेकों के आवंटन से न केवल राजस्व उत्पन्न हुआ है, बल्कि व्यय में भी कमी आई है और यात्री संतुष्टि भी काफी हद तक पूरी हुई है, जिसके माध्यम से पूंजी और जनशक्ति बचत पर ₹ 6.5 करोड़ की अनुमानित आय प्राप्त हुई है (मुंबई मंडल - 4 करोड़, भुसावल मंडल - 80.21 लाख, नागपुर मंडल - 54 लाख, सोलापुर मंडल - 62.55 लाख और पुणे मंडल - 52.88 लाख).

यह उल्लेखनीय उपलब्धि पूरे मध्य रेल टीम के समर्पण और कड़ी मेहनत का प्रमाण है. मध्य रेल यात्री सुविधा और संतुष्टि को प्राथमिकता देते हुए राजस्व सृजन के लिए नवीन मार्ग तलाशने के लिए प्रतिबद्ध है और आने वाले वर्षों में नए मानक स्थापित करने के लिए सदैव तत्पर है.