देश की सबसे आधुनिक व पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन Train 18 तैयार करने वाली रेलवे की चेन्नै स्थित कोच फैक्ट्री ICF ने खास तरह का निरीक्षण यान तैयार किया है. इसमें चलने के लिए इंजन लगाने की जरूरत नहीं है. ये आगे व पीछे दोनों तरफ से कंट्रोल किया जा सकता है. सुविधाओं के लिहाज से इस डिब्बे को काफी आधुनिक बनाया गया है. 

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आधुनिक सुविधाओं से है लैस 

ICF द्वारा बनाए गए इस निरीक्षण यान का नाम 'परख' रखा गया है. इस डिब्बे में बेहद आरामदायक सीटें हैं. किसी यूरोपीय देश में चलने वाली आधुनिक ट्रेनों की तरह ही इस ट्रेन में बेहद आधुनिक शौचालय की व्यवस्था है.

कैटरिंग की भी है व्यवस्था

परख निरीक्षण यान में किचन की भी व्यवस्था की गई है. यहां आधुनिक उपकरण मौजूद हैं. लंबे निरीक्षण कार्यों के दौरान इस किचन से कैटरिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है.

ट्रेन 18 की खासियतें

दरअसल Train 18 अपनी तरह की अकेली गाड़ी है. ये एक ट्रेन सेट है. इस गाड़ी में कई ऐसी सुविधाएं है जो अब तक किसी ट्रेन में नहीं हैं. इस गाड़ी का एक तकनीकी ट्रायल फैक्ट्री में हो चुका है. Train 18 को ट्रायल के लिए फैक्ट्री से निकलने के बाद रेलवे के शोध संस्थान RDSO को सौंपा गया है. इस रेलगाड़ी का परीक्षण मुरादाबाद मंडल में होना तय हुआ था.

> Train 18 की अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. यह गाड़ी देश की सबसे तेज चलने वाली गाड़ी होगी.

> इसे शताब्दी रेलगाड़ियों की जगह पर चलाया जाएगा. Train 18 शताब्दी गाड़ियों की तुलना में 15 फीसदी से अधिक समय बचाएगी.

> Train 18 भारतीय रेलवे का और देश में चलने वाला पहला ट्रेन सेट है. यह गाड़ी 16 डिब्बों की हैं. हर 4 डिब्बे एक सेट में हैं. ट्रेन सेट होने के चलते > इस गाड़ी के दोनों ओर इंजन हैं. इंजन भी मेट्रो की तरह छोटे से हिस्से में हैं. ऐसे में इंजन के साथ ही बचे हिस्से में 44 यात्रियों के बैठने की जगह है.