Rail Roko Protest: लखीमपुर खीरी कांड (2021) के पीड़ितों को न्याय दिलाने समेत विभिन्न मांगों के समर्थन में बृहस्पतिवार को किसानों ने दो घंटे के ‘रेल रोको’ विरोध के तहत रेल की पटरियों पर धरना दिया, जिससे पूरे पंजाब में कई ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से आयोजित यह विरोध प्रदर्शन मध्याह्न साढ़े 12 बजे शुरू हुआ. 

क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं किसान

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यह लखीमपुर खीरी में 2021 में तीन कृषि कानूनों (अब निरस्त किए जा चुके) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत की घटना की तीसरी बरसी है. प्रदर्शनकारी किसानों ने फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी, ऋण माफी, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने और लखीमपुर खीरी की घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित करने की मांग की. 

कई ट्रेनों पर पड़ा असर

अमृतसर में मनावाला रेलवे स्टेशन के पास किसानों के अमृतसर-दिल्ली रेल की पटरियों पर बैठ जाने से दोनों शहरों के बीच चलने वाली कई ट्रेनों का मार्ग बदलना पड़ा. लुधियाना रेलवे स्टेशन पर धरने के कारण दुर्ग-उधमपुर और नई दिल्ली-लोहियां खास एक्सप्रेस ट्रेनें रोकनी पड़ी. अधिकारियों ने बताया कि अमरपाली-कटियार एक्सप्रेस और इंदौर-कटरा एक्सप्रेस को खन्ना तथा दोराहा रेलवे स्टेशनों पर रोक दिया गया.

किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के संयोजक सरवन सिंह पंधेर ने लखीमपुर खीरी की घटना में न्याय की मांग की तथा राज्य एवं केंद्र, दोनों सरकारों पर किसानों की लंबे समय से लंबित मांगों पर ध्यान न देने तथा उनके प्रति उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया. केंद्र सरकार द्वारा फसलों पर एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी देने समेत विभिन्न मांग पूरी करने के लिए दबाव बनाने के उद्देश्य से एसकेएम और केएमएम किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं. 

13 फरवरी से प्रदर्शन कर रहे हैं किसान

प्रदर्शनकारी किसान 13 फरवरी को सुरक्षा बलों द्वारा उनके मार्च को रोके जाने के बाद से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू तथा खनौरी सीमा पर डटे हुए हैं. होशियारपुर में भारतीय किसान यूनियन (दोआबा) के राज्य उपाध्यक्ष गुरविंदर सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं द्वारा मंडियाला गांव में रेलवे क्रासिंग के पास पटरियों पर धरना दिए जाने से होशियारपुर से जालंधर जाने वाली एक यात्री ट्रेन को नसराला रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया. 

किसान मजदूर हितकारी सभा के सदस्यों ने जालंधर जिले के भंगाला में अनाज मंडी से रेलवे स्टेशन तक मार्च किया और जालंधर-जम्मू रेल खंड पर धरना देने से पठानकोट जाने वाली एक मालगाड़ी को मुकेरियां रेलवे स्टेशन पर रुकना पड़ा. जिलाध्यक्ष परमजीत सिंह भुल्ला के नेतृत्व में किसान मजदूर संघर्ष समिति के सदस्यों ने टांडा रेलवे स्टेशन पर रेल पटरी पर धरना दिया, जबकि गन्ना संघर्ष समिति के सदस्यों ने दसूहा रेलवे स्टेशन के ‘प्लेटफार्म’ पर धरना दिया.