कोयले की सप्लाई के लिए जारी है ट्रेनों को कैंसिल करने का सिलसिला, 24 मई तक रद्द हुईं 40 ट्रेनें, 1081 ट्रिप भी हुए कम
Power crisis: थर्मल पावर प्लांट में कमी से निपटने के लिए और देश भर में कोयला रेक की आवाजाही को प्राथमिकता देने के लिए सरकार ने कई यात्री ट्रेनों को रद्द करने का निर्णय लिया है.
Power crisis: देश में कोयले की कमी की वजह से ट्रेनों को कैंसिल करने का सिलसिला जारी है. 24 मई तक और 40 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. वहीं 1081 ट्रिप भी कम कर दिए गए हैं. कोयला की ढुलाई सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है. वहीं उत्तर रेलवे की दो जोड़ी ट्रेन 8 मई से फिर शुरू की जाएंगी. कोयले की सप्लाई के लिए विभिन्न जोन में ट्रेनों को रद्द किया गया है.
40 ट्रेनें कैंसिल, 1081 फेरे घटाए गए
थर्मल पावर प्लांट में कमी से निपटने और देश भर में कोयला रेक की आवाजाही को प्राथमिकता देने के लिए सरकार ने कई यात्री ट्रेनों को रद्द करने का निर्णय लिया है. एसईसीआर में 11 जोड़ी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को कैंसिल किया जा चुका है. वहीं कुल 8 जोड़ी पैसेंजर्स ट्रेनों को भी रद्द किया गया है. जबकि उत्तर रेलवे की बात करें तो यहां कुल 499 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को कैंसिल किया गया है. वहीं कुल 582 पैसेंजर ट्रेनें भी रद्द की गईं हैं. अब तक 40 ट्रेनें रद्द और 1081 फेरे घटाए गए हैं. 24 मई तक ट्रिप और ट्रेन रद्द रहेंगी, जिससे प्रयोरिटी पर कोयला पहुंचाया जा सके.
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भीषण गर्मी से बढ़ी बिजली की डिमांड
देश में इस साल भीषण गर्मी पड़ रही है और इस कारण अप्रैल के महीने से ही बिजली की मांग बहुत बढ़ी हुई है. बिजली की मांग बढ़ने से कोयले की खपत भी बढ़ गई है. यही वजह हैं कि अब पावर प्लांट्स के पास कुछ ही दिनों का कोयला रह गया है, इसकी वजह से लोगों को बिजली संकट की आशंक सता रही है. इस स्थिति से बचने के लिए रेलवे ने अपनी ओर पूरा सहयोग देने का प्रयास शुरू कर दिया है. देश में कोयले की ढुलाई का काम सबसे अधिक रेलवे द्वारा ही किया जाता है.