• होम
  • तस्वीरें
  • ट्रेन के इस खास डिब्बे से और खूबसूरत दिखेंगी शिमला की वादियां, देखिए तस्वीरें

ट्रेन के इस खास डिब्बे से और खूबसूरत दिखेंगी शिमला की वादियां, देखिए तस्वीरें

बर्फबारी का मजा लेने के लिए क्या आप शिमला घूमने जाने की प्लानिंग कर रहे हैं. तो आप रेलवे की खास विस्टाडोम कोच की सुविधा का लुत्फ ले सकते हैं.
Updated on: December 24, 2020, 08.00 AM IST
1/5

Vistadome coach में क्या है खास

कालका-शिमला Him Darshan express एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन दो लग्जरी डिब्बों सहित सात डिब्बों के साथ शिमला पहुंचेगी. ट्रेन में CZ श्रेणी के 3 डिब्बे, CZR श्रेणी का 1 डिब्बा, GS श्रेणी का 1 डिब्बा, और FCZ श्रेणी के 2 डिब्बे होंगे. कालका-शिमला ट्रेन में कई विशेष कोच लगे हैं, वादियों से गुजरती ये ट्रेन टूरिस्ट/सैलानियों को बेहद पसंद है. कालका- शिमला स्पेशल ट्रेन में vistadome कोच भी लगे हैं. Vistadome कोच , ट्रांसपेरेंट ग्लास कोच है, जिसमे बैठ यात्रा करते समय, यात्री बाहर के दिलकश नज़ारे आसानी से देख सकता है.  

2/5

क्या है शेड्यूल? What is the schedule?

कालका-शिमला स्पेशल ट्रेन (टॉय ट्रेन) कालका से होकर शिमला पहुंचेगी. एक्सप्रेस ट्रेन (04515) कालका-शिमला (Up) कालका से दोपहर 12:10 बजे रवाना होगी, जो शाम 5:04 बजे शिमला पहुंचेगी. गुरुवार को यह (04516) शिमला-कालका ट्रेन (Down) शिमला से सुबह 10:40 बजे रवाना होगी, जोकि दोपहर 2:26 बजे कालका पहुंचेगी. रेलवे ने 20 अक्तूबर से 30 नवंबर तक फेस्टिवल सीजन के मद्देनजर इस स्पेशल ट्रेन के संचालन का फैसला लिया है.  

3/5

शिमला क्यों है खास

कालका शिमला रेलवे भारत में अंग्रेज़ो द्वारा तैयार की गयी एक नैरोगेज वाली पर्वतीय रेलवे है. इसको बनाने में शानदार इंजीनियरिंग कौशल के साथ 20 सालों का एक लम्बा समय लगा. यहाँ के मौसम की स्थितियों और दुर्गम क्षेत्र ने इस लाइन के निर्माण को चुनौतीपूर्ण बना दिया था.  

4/5

कालका को शिमला से जोड़ती है रेलवे  

यह रेलवे लाइन कालका से शिमला नगरों को आपस में जोड़ती है. जहाँ कालका तलहटी में बसा है वही अंग्रेजी हुकूमत के दौरान भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी और वर्तमान में हिमाचल प्रदेश राज्य की राजधानी शिमला हिमालय की शिवालिक पर्वत श्रेणियों में 2000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. 100 किलोमीटर लम्बी इस रेलवे लाइन पर 102 सुरंगे हैं, बड़ोग में बनी 1144 मीटर लम्बी सुरंग इस लाइन की सबसे बड़ी सुरंग है, 869 पुल, 18 रेलवे स्टेशन और 919 घुमाव हैं.    

5/5

विश्व धरोहर का है दर्जा

कालका - शिमला रेल लाइन को आज भी इतने बेहतर तरीके से सहेजकर रखा गया है जैसे कि यह अपने निर्माण के समय रही थी. इसके इंजीनियरिंग कौशल के साथ-साथ इस लाइन के रेलवे स्टेशन, सिग्नल प्रणाली और इसका पुराना उपनिवेशवादी स्वरुप अब भी बना हुआ है. 8 जुलाई, 2008 को यूनेस्को ने भारत की इस कालका-शिमला पर्वतीय रेलवे को विश्व धरोहर का दर्ज़ा प्रदान किया. शिमला की ठंडी जलवायु और खूबसूरत वादियाँ इससे सटे उत्तर भारत के प्रमुख शहरों के पर्यटकों को हर मौसम में अपनी तरफ आकर्षित करती हैं. उत्तर रेलवे इस रेलमार्ग पर अनेक रेल सेवाओं का संचालन करती है. इनमे रेल मोटर कार, शिवालिक पैलेस , शिवालिक क्वीन और शिवालिक डीलक्स एक्सप्रेस रेल सेवाएं शामिल है. लोकप्रिय रेल सेवाओं में "झरोखा" और नव निर्मित "विस्टाडोम कोच" लगाए गए हैं. इस रेल सेक्शन के सभी स्टेशनों पर निःशुल्क वाई फाई सुविधा उपलब्ध कराई गई है.