पाकिस्तान में रावलपिंडी से चलने वाली तेजगाम एक्सप्रेस के तीन डिब्बे गुरुवार को पूरी तरह से जल गए थे. इस भयानक रेल हादसे में लगभग 74 लोगों की मौत होने की संभावना जताई जा रही है. इस हादसे में मरने वाले लोगों की पहचान कर पाना मुश्किल हो रहा है. इसको ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने DNA जांच का फैसला लिया है.
 
कराया जाएगा DNA टेस्ट
पाकिस्तान के मीडिया समूह डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक शहर के डिप्टी कमिश्नर जमील अहमद के हवाले से कहा गया है कि रेल यात्रियों के परिजनों को दफनाने के लिए शव सौंपे जाने से पहले 52 जले शवों की पहचान करने के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा.
 
शवों को पहचान पाना हुआ मुश्किल
खबरों के मुताबिक पाकिस्तान में हुए इस ट्रेन में आग लगने से जलकर मरे अधिकांश लोगों के शवों की पहचान करना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में यहां पर शवों की जांच के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों ने डीएनए परीक्षण कराने की योजना बनाई है. कराची से रावलपिंडी जा रहे एक यात्री ट्रेन में खाना पकाने वाले गैस सिलेंडर में विस्फोट के चलते आग लग गई थी.
 
धार्मिक समारोह के लिए जा रहे थे यात्री
तेजगाम एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे ज्यादातर यात्री पाकिस्तान के सबसे बड़े धार्मिक समारोहों में से एक वार्षिक तब्लीगी इज्तिमा में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे.इस समारोह में हर साल लाहौर के बाहर एक गांव में चार लाख से अधिक लोग जुटते हैं. ये लोग यहां इकट्ठा हो कर दुआ करते हैं साथ खाते पीते हैं और समय बिताते हैं.