मुंबई-अहमदाबाद Bullet ट्रेन का किराया तय, जानिए एक बार सफर के कितने चुकाने होंगे पैसे
मुंबई-अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट 2023 तक पूरा होगा. मार्च 2020 से बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम शुरू हो जाएगा. लेकिन, इससे पहले ही बुलेट ट्रेन के किराए को लेकर जानकारी सामने आई है.
मुंबई-अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट 2023 तक पूरा होगा. मार्च 2020 से बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम शुरू हो जाएगा. लेकिन, इससे पहले ही बुलेट ट्रेन के किराए को लेकर जानकारी सामने आई है. अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन का किराया करीब 3000 रुपए होगा. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) के एक अधिकारी ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी. मुंबई-अहमदाबाद के बीच शुरू होने वाली इस ट्रेन के लिए कुल 12 स्टेशन बनाएं जाएंगे.
45 फीसदी जमीन का हुआ अधिग्रहण
योजना को लागू करने वाले NHSRCL के मैनेजिंग डायरेक्टर अचल खरे के मुताबिक, इस पूरी परियोजना के लिए 1380 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है. इसमें गुजरात और महाराष्ट्र की निजी, सरकारी, वन और रेलवे की जमीन शामिल है. खरे के मुताबिक, अब तक करीब 45 फीसदी यानी 622 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण हो चुका है. उन्होंने कहा दिसंबर 2023 की डेडलाइन को ध्यान में रखकर ही आगे बढ़ रहे हैं.
दिन में 70 फेरे लगाएगी ट्रेन
खरे के मुताबिक, बुलेट ट्रेन का प्रोजेक्ट पूरा होने पर ट्रेन सुबह छह बजे से देर रात 12 बजे तक 70 फेरे (हर तरफ से 35 फेरे) लगाएगी. मुंबई और अहमदाबाद के बीच का किराया तय कर लिया गया है. मुसाफिरों को टिकट के लिए करीब 3000 रुपए चुकाने होंगे. खरे के मुताबिक, इस रूट पर चार बड़े निर्माण कार्य पैकेज के लिए टेंडर जारी किए गए हैं. निर्माण कार्य मार्च 2020 में शुरु होने की उम्मीद है.
इतना आएगा कुल खर्च
अचल खरे के मुताबिक, प्रोजेक्ट में कुल 1.08 लाख करोड़ रुपए की लागत आएगी और इसे दिसंबर 2023 तक पूरा करने की कोशिश होगी. अहमदाबाद से मुंबई के बीच 508 किलोमीटर के बीच बुलेट ट्रेन गलियारे में 12 स्टेशन होंगे. बुलेट ट्रेन में मुसाफिरों को भी कई अनोखे अनुभव होंगे. यह देश की पहली रेलवे लाइन होगी, जिसमें लगभग 7 किलोमीटर का हिस्सा समुद्र के अंदर होगा. समुद्र के अंदर 7 किलोमीटर की एक सुरंग बनाई जाएगी, जिसके अंदर से बुलेट ट्रेन गुजरेगी.
ये हैं बुलेट ट्रेन के सामने चुनौतियां
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में अधिकारियों के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं. पहली इस रूट पर 21 किलोमीटर सुरंग बनाई जानी है. सुरंग का 7 किलोमीटर का हिस्सा समुद्र में होगा. इसे बनाना काफी मुश्किल होगा. दूसरी बड़ी चुनौती वडोदरा से अहमदाबाद के बीच रेलवे लाइन के ऊपर से बुलेट ट्रेन का ट्रैक बनाना होगा.