Lucknow Metro: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने राजधानी लखनऊ की आवश्यकता के लिए मेट्रो Lucknow  के विस्तार के निर्देश दिए हैं. मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक में लखनऊ, आगरा और कानपुर मेट्रो की समीक्षा की गई. उन्होंने कहा कि मेट्रो सेवाओं के विस्तार में निजी क्षेत्र सहयोग को उत्सुक है. हमें उनका सहयोग लेना चाहिए. लखनऊ में चारबाग से चौक होते हुए वसंतकुंज तक मेट्रो के नए चरण के लिए DPR तैयार कराएं. अंडरग्राउंड/एलिवेटेड की उपयुक्तता के परीक्षण कराएं. यथाशीघ्र प्रस्ताव तैयार कराकर प्रस्तुत करें. यह फेज बड़ी आबादी की अत्याधुनिक नगरीय परिवहन की सुविधा से जोड़ने वाला होगा.

CM Yogi ने मंगाए DPR

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यूपी सीएम ऑफिस ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में मेट्रो के दूसरे चरण के ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर की DPR उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि मेट्रो के विस्तारीकरण का प्रस्ताव पीपीपी मोड पर तैयार किया जाए. इसके साथ ही, चारबाग से SGPGI और बसंतकुंज योजना को IIM तक मेट्रो से जोड़ने के विकल्प उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए हैं.

चारबाग से वसंतकुंज के बीच होंगे ये स्टेशन

चारबाग से वसंतकुंज के बीच 7 मेट्रो अंडरग्राउंड और 5 स्टेशन जमीन के ऊपर होंगे. 

Underground Metro Station

  • चारबाग
  • गौतम बु्द्ध मार्ग
  • अमीनाबाद
  • पांडेयगंज
  • सिटी स्टेशन
  • केजीएमयू क्रॉसिंग
  • नवाजगंज

Elevated Metro Station

  • ठाकुरगंज
  • बालागंज
  • सरफराजगंज
  • मूसा बाग
  • वसंत कुंज

5 साल में पूरा होगा प्रोजेक्ट

चारबाग से वसंत कुंज के बीच इस ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर का प्रोजेक्ट करीब 5 साल में पूरा होने की उम्मीद है, जिसकी लंबाई 11.16 किमी होगा. इसमें अंडरग्राउंट रूट 6.88 किमी और एलीवेटेड रूट 4.28 किमी लंबा होगा. 

CM Yogi ने कहा कि वर्तमान में लखनऊ में संचालित हो रही मेट्रो को एक ओर IIM तक तथा दूसरी ओर SGPGI तक विस्तार दिया जाना चाहिए. निजी क्षेत्र की अनेक कंपनियां सहयोग देने की इच्छुक हैं. ऐसे में हमें PPP मोड पर विस्तारीकरण के लिए विचार करना चाहिए. मेट्रो रेल परिसर में व्यावसायिक गतिविधियों को और प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए. पैसेंजर सर्विस और सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं.

उन्होंने कहा कि भूमिगत मेट्रो परियोजनाओं के लिए कार्य करते समय सभी सुरक्षा प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं. मानकों का कड़ाई से अनुपालन किया जाना चाहिए. कानपुर और आगरा में मेट्रो के दो-दो नए फेज पर कार्य जारी हैं.