पैसेंजर्स की ये गलती भर रही है रेलवे का खजाना, सिर्फ दिसंबर में 2 लाख से अधिक पैसेंजर्स पर लगाया जुर्माना
Indian Railways: वेस्टर्न रेलवे ने बताया कि बिना टिकट ट्रेन में सफर करने वाले पैसेंजर्स पर अप्रैल से दिसंबर के बीच 128 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया है.
Indian Railways: देश में लंबे और आरामदायक सफर के लिए लोग हमेशा से ही इंडियन रेलवे का इस्तेमाल करते हैं. किफायती होने के कारण ज्यादातर लोग इसे प्राथमिकता देते हैं. लेकिन फिर भी कई लोग ट्रेन में बिना टिकट के सफर करते हैं. रेलवे समय समय पर ऐसे लोगों के लिए जागरूकता संदेश भी जारी करता है. ट्रेन से बिना टिकट के सफर करना न केवल गलत है, बल्कि यह कानून अपराध भी है, जिसके लिए जुर्माना, जेल या दोनों का प्रावधान है. वेस्टर्न रेलवे ने बताया कि अप्रैल-दिसंबर के दौरान रेलवे को टिकट चेकिंग के दौरान 128.42 करोड़ रुपये से अधिका रेवेन्यू मिला है.
पश्चिम रेलवे पर सभी वैध यात्रियों को आरामदायक यात्रा और बेहतर सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए मुंबई उपनगरीय लोकल ट्रेनों, मेल/एक्सप्रेस के साथ-साथ पैसेंजर ट्रेनों और हॉलिडे स्पेशल ट्रेनों में बिना टिकट/अनियमित यात्रियों पर अंकुश लगाने के लिए लगातार गहन टिकट जांच अभियान चलाए जा रहे हैं.
बिना टिकट पैसेंजर्स से वसूला 128 करोड़ रुपये जुर्माना
पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ वाणिज्य अधिकारियों के पर्यवेक्षण में अत्यधिक अनुभवी टिकट जांच टीम द्वारा अप्रैल से दिसम्बर, 2023 तक कई टिकट जांच अभियान चलाए गए, जिससे 128.42 करोड़ रुपये की प्राप्ति की गई, जिसमें मुंबई उपनगरीय खंड से प्राप्त 33.60 करोड़ रुपये भी शामिल है.
दिसंबर में बिना टिकट मिले 2.24 लाख पैसेंजर
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार दिसम्बर, 2023 के दौरान बिना बुक किए सामान के मामलों सहित 2.24 लाख बिना टिकट/अनियमित यात्रियों से 12.71 करोड़ रुपये की राशि वसूल की गई. इसके अलावा, दिसम्बर महीने में पश्चिम रेलवे ने मुंबई उपनगरीय खंड पर लगभग 91,000 मामलों का पता लगाकर 3.54 करोड़ रुपये का जुर्माना प्राप्त किया.
एसी लोकल से वसूला इतना जुर्माना
एसी लोकल ट्रेनों में अनधिकृत यात्रा को रोकने के लिए नियमित औचक टिकट जांच अभियान चलाए जाते हैं. इन अभियानों के परिणामस्वरूप अप्रैल से दिसम्बर, 2023 के दौरान 46000 से अधिक अनधिकृत यात्रियों पर जुर्माना लगाया गया है और जुर्माने के रूप में 154.67 लाख रुपये वसूल किये गये, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग 50% अधिक है.