Indian Railways: देश में लंबे और आरामदायक सफर के लिए लोग हमेशा से ही इंडियन रेलवे का इस्तेमाल करते हैं. किफायती होने के कारण ज्यादातर लोग इसे प्राथमिकता देते हैं. लेकिन फिर भी कई लोग ट्रेन में बिना टिकट के सफर करते हैं. रेलवे समय समय पर ऐसे लोगों के लिए जागरूकता संदेश भी जारी करता है. ट्रेन से बिना टिकट के सफर करना न केवल गलत है, बल्कि यह कानून अपराध भी है, जिसके लिए जुर्माना, जेल या दोनों का प्रावधान है. 

रेलवे चला रही है टिकट चेकिंग अभियान

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पश्चिम रेलवे (Western Railway) पर सभी वैध यात्रियों को आरामदायक यात्रा और बेहतर सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए मुंबई उपनगरीय लोकल ट्रेनों, मेल/एक्सप्रेस के साथ-साथ पैसेंजर ट्रेनों और हॉलिडे स्पेशल ट्रेनों में बिना टिकट/अनियमित यात्रियों पर अंकुश लगाने के लिए लगातार गहन टिकट जांच अभियान चलाए जा रहे हैं. 

पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ वाणिज्‍य अधिकारियों की देखरेख में अत्यधिक प्रेरित टिकट जांच टीम द्वारा अप्रैल से जून, 2024 के दौरान कई टिकट जांच अभियान चलाए गए, जिससे 52.14 करोड़ रुपये की राशि प्राप्‍त की गई, जिसमें मुंबई उपनगरीय खंड से प्राप्‍त 14.63 करोड़ रुपये भी शामिल हैं.

 जून में रेलवे ने लगाया ₹14 करोड़ का जुर्माना

पश्चिम रेलवे के CPRO विनीत अभिषेक द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज के अनुसार जून, 2024 के दौरान बिना बुक किए सामान के मामलों सहित 2.25 लाख बिना टिकट/अनियमित यात्रियों का पता लगाकर 14.10 करोड़ रुपये की राशि वसूल की गई. इसके अलावा भी जून में पश्चिम रेलवे (Western Railway) ने मुंबई उपनगरीय खंड पर 1 लाख से अधिक मामलों का पता लगाकर 4.35 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया. 

एसी लोकल ट्रेनों से हुई ₹43 लाख की वसूली

एसी लोकल ट्रेनों में अनधिकृत यात्रा को रोकने के लिए नियमित औचक टिकट जांच अभियान चलाए जाते हैं. इन अभियानों के परिणामस्वरूप अप्रैल से जून, 2024 में लगभग 13000 अनधिकृत यात्रियों पर जुर्माना लगाया गया है और जुर्माने के रूप में लगभग 43.64 लाख रुपये वसूल किये गये.