रात के सफर में अगर गलती से भी किया ये काम तो पकड़ लेगा रेलवे का 'बैटमैन', दो दिन में वसूला ₹3 लाख का जुर्माना
Indian Railways: पश्चिम रेलवे ने "बैटमैन 2.0" टिकट चेकिंग अभियान भी चलाया, जिसका उद्देश्य रात के दौरान अनधिकृत टिकट यात्रा पर रोक लगाना है.
Indian Railways: देश में लंबे और आरामदायक सफर के लिए लोग हमेशा से ही इंडियन रेलवे का इस्तेमाल करते हैं. किफायती होने के कारण ज्यादातर लोग इसे प्राथमिकता देते हैं. लेकिन फिर भी कई लोग ट्रेन में बिना टिकट के सफर करते हैं. रेलवे समय समय पर ऐसे लोगों के लिए जागरूकता संदेश भी जारी करता है. ट्रेन से बिना टिकट के सफर करना न केवल गलत है, बल्कि यह कानून अपराध भी है, जिसके लिए जुर्माना, जेल या दोनों का प्रावधान है.
पश्चिम रेलवे पर सभी वैध यात्रियों को परेशानी मुक्त, आरामदायक यात्रा और बेहतर सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए मुंबई उपनगरीय लोकल ट्रेनों, मेल/एक्सप्रेस के साथ-साथ पैसेंजर ट्रेनों और हॉलिडे स्पेशल ट्रेनों में बिना टिकट/अनियमित यात्रियों पर अंकुश लगाने के लिए लगातार गहन टिकट जांच अभियान चलाए जा रहे हैं.
पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ वाणिज्य अधिकारियों की देखरेख में जागरूक टिकट जांच टीम द्वारा अप्रैल, 2024 में कई टिकट जांच अभियान चलाए गए, जिससे 20.84 करोड़ रुपये की राशि वसूली की गई, जिसमें मुंबई उपनगरीय खंड से वसूल किये गये 5.57 करोड़ रुपये भी शामिल हैं.
बैटमैन 2.0 ने वसूला 3.40 लाख रुपये का जुर्माना
पश्चिम रेलवे ने "बैटमैन 2.0" टिकट चेकिंग अभियान भी चलाया, जिसका उद्देश्य रात के दौरान अनधिकृत टिकट यात्रा पर रोक लगाना है. यह पहल यात्रियों को विशेषकर रात के समय बिना टिकट यात्रा करने या उच्च श्रेणी में यात्रा करने से रोकती है. इस पहल के तहत, बैटमैन दस्ते ने 03/04 और 04/05 मई, 2024 की मध्यरात्रि के दौरान लगभग 3.40 लाख रुपये का जुर्माना वसूला.
बेटिकट पैसेंजर्स से वसूला 20.84 करोड़ रुपये का जुर्माना
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि अप्रैल 2024 के दौरान बिना बुक किए सामान के मामलों सहित 2.94 लाख बिना टिकट/अनियमित यात्रियों का पता लगाकर 20.84 करोड़ रुपये की राशि वसूल की गई. साथ ही अप्रैल के महीने में पश्चिम रेलवे ने मुंबई उपनगरीय खंड पर 98 हजार मामलों का पता लगाकर 5.57 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूल किया.
एसी लोकल ट्रेनों में अनधिकृत प्रवेश को रोकने के लिए नियमित औचक टिकट जांच अभियान चलाए जाते हैं. इन अभियानों के परिणामस्वरूप अप्रैल 2024 में 4000 से अधिक अनधिकृत यात्रियों पर जुर्माना लगाया गया है और जुर्माने के रूप में 13.71 लाख रुपये की वसूली की गई.