Indian Railways: भारतीय रेल ने देश के 20 रेलवे स्टेशनों पर एक ऐसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है जिसमें ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर आते ही वहां की सारी लाइट्स खुद जल जाती है. ठीक इसके उलट जैसे ही ट्रेन स्टेशन से बाहर चली जाती है, प्लेटफॉर्म पर मौजूद 70 प्रतिशत लाइट्स ऑफ यानी बंद हो जाती हैं. दरअसल, पश्चिम मध्य रेलवे (West Central Railway) की तरफ से इन स्टेशनों पर ऑटोमेटिक लाइट कंट्रोल सिस्टम (automatic light control system) लगाया गया है.

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इन स्टेशनों पर लगाई गई हैं ये टेक्नोलॉजी

पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर, कोटा, सवाई माधोपुर, भरतपुर, भोपाल, कटनी, दमोह, रानी कमलापति, बीना, सतना, विदिशा और नरसिंहपुर सहित 20 रेलवे स्टेशनों पर ऐसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है. इस पहल से ऊर्जा संरक्षण में काफी मदद मिलेगी. खबर के मुताबिक, इस पहल से पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी. रेलवे (Indian Railways) का कहना है कि इससे पावर के साथ-साथ लाखों रुपये की भी बचत होगी. 

रेलवे ने किए हैं कई पहल

नई टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के साथ-साथ पश्चिम मध्य रेलवे ने यह भी जानकारी दी है कि इटारसी-भोपाल सेक्शन में बुदनी-बरखेड़ा के बीच बन रहे तीसरी लाइन के टनल नंबर 5 की लाइनिंग का काम पूरा हो गया है. इसी तरह, भारतीय रेल ने मुंबई सेंट्रल-गांधीनगर कैपिटल शताब्दी एक्सप्रेस (गाड़ी सं.12009/10) में एडवांस और मॉडर्न विस्टाडोम कोच लगाया है, ताकि पैसेंजर सफर के दौरान बाहर का दृश्य देख सकें.

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हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर भी चल रहा काम

रेलवे की तरफ से गुजरात के नवसारी में स्थित कास्टिंग यार्ड में मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के निर्माण का काम तेज गति से चल रहा है. इसके अलावा भारतीय रेल (Indian Railways) की उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना पर भी काम जारी है. यह प्रोजेक्ट घाटी को जम्मू से जोड़गा. यह प्रोजेक्ट कुल 272 किलोमीटर का है.