Indian Railways: ट्रेन के सफर के दौरान अक्सर पैसेंजर्स को बदबूदार और ओवरफ्लो टॉयलेट्स का सामना करना पड़ता है, जिसकी शिकायत समय-समय पर अधिकारियों से और सोशल मीडिया पर की जाती रही है. भारतीय रेलवे ने इस समस्या के मूल कारण को ढूंढने और उसे दूर करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. रेलवे ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को देश भर के ट्रेवों में व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण करने के लिए तैनात किया है. 

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रेलवे ने बताया कि इस समस्या को दूर करने के लिए रेलवे बोर्ड स्तर के अधिकारियों को पैसेंजर्स की समस्या का अनुभव कराने के लिए 24 घंटे के लिए विभिन्न ट्रेनों के 3AC डिब्बों में यात्रा करने के लिए तैनात करने की संभावना है. 

सीनियर अधिकारियों ने किया निरीक्षण

बताया गया कि पिछले तीन दिनों में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा 544 इंस्पेक्शन पहले ही किए जा चुके हैं. आमतौर पर यह जूनियर अधिकारियों द्वारा किया जाता है और सीनियर अधिकारी केवल इन निरीक्षणों पर हस्ताक्षर करते हैं.

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पैसेंजर्स को होती है परेशानी

रेलवे ने कहा कि सोशल मीडिया ट्रेनों से यात्रा करने वाले यात्रियों की शिकायतों से भरा पड़ा है, जहां शौचालयों में पानी की कमी से लेकर सफाई और लीकेज तक सभी तरह कि शिकायतें आती है. ऐसी एक शिकायत पर कार्रवाई करते हुए रेलवे ने इस मुद्दे पर अधिकारियों के साथ कई दौर की बैठक की और इस समस्या की समीक्षा की.

इन अधिकारियों की लगेगी ड्यूटी

रेलवे ने पहली बार डिविजनल रेलवे मैनेजर, एडिशनल डिविजनल रेलवे मैनेजर, प्रिंसिपल चीफ मैकेनिकल इंजिनियर जैसे वरिष्ठ अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है और अगले कुछ दिनों में ज्यादा से ज्यादा ट्रेनों को कवर करने की योजना बना रहे हैं.

रेलवे ने कहा कि उसने वरिष्ठ अधिकारियों को इसके लिए नियुक्त करने का फैसला यह सोचकर लिया है कि उन्हें भी देखने को मिले की जमीनी स्तर पर क्या सच्चाई है, पैसेंजर्स को किस तरह की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. इससे वे समस्याओं के मूल कारण को खोज कर उसका बेहतर समाधान दे पाएंगे.