Railway ने 156 से ज्यादा हेल्थ सेंटर्स में की HMIS की शुरुआत, लाखों कर्मचारियों को होगा फायदा
HMIS: 129 रेलवे अस्पतालों और 586 हेल्थ यूनिट्स में इसे लागू करने के लिए रेलटेल और C-DAC को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
रेलवे के 156 से ज्यादा हेल्थ सेंटर्स में HMIS की शुरुआत की गई है. (फोटो: पीटीआई)
रेलवे के 156 से ज्यादा हेल्थ सेंटर्स में HMIS की शुरुआत की गई है. (फोटो: पीटीआई)
HMIS: भारतीय रेलवे की इस पहल से उसके लाखों कर्मचारियों को फायदा होगा. रेलवे ने हेल्थ मैनेजमेंट इनफॉर्मेशन सिस्टम (HMIS) की शुरुआत की है. 156 से ज्यादा स्वास्थ्य केंद्रों में एचएमआईएस (Hospital Management Information System) की शुरुआत की गई है. वहीं बाकी हेल्थ सेंटर्स में भी इसे जल्द ही लागू किया जाएगा. इससे रेलवे का पूरा हेल्थ सिस्टम एक ही स्ट्रक्चर के तहत आ जाएगा. आपको बता दें कि रेलवे के 11,76,300 कर्मचारियों में से 11,24,058 कर्मचारी HMIS में रजिस्टर्ड हैं. इससे इन कर्मचारियों को इलाज में काफी सुविधा मिलेगी
HMIS लाएगा बड़ा बदलाव
भारतीय रेलवे द्वारा मेंटेंड यह हेल्थ केयर सिस्टम स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाएगा. इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के युग में बेहतर सर्विस देने के लिए डिजिटल हेल्थ सर्विस समय की जरूरत है. इसे ध्यान में रखते हुए 129 रेलवे अस्पतालों और 586 हेल्थ यूनिट्स में इसे लागू करने के लिए रेलटेल और C-DAC को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
1,24,058 रजिस्टर्ड कर्मचारियों को होगा फायदा
प्रसार भारती के मुताबिक रेलवे के कुल 11,76,300 कर्मचारियों में से 11,24,058 रजिस्टर्ड कर्मचारी इसके लाभार्थी हैं. कुल 10,33,143 HMIS कर्मचारी कार्ड बनाए गए हैं. कार्ड जेनरेट करवाने वाले वे लोग हैं जिन्होंने अपना UMID (Unique Medical Identification) कार्ड बनवाया है. रेलवे के कुल 16,52,082 पेंशनर्स में से 4,83,592 इंटीग्रेटेड पेंशनभोगी इसके लाभार्थी हैं. कुल 3,75,440 एचएमआईएस पेंशनभोगी लाभार्थी कार्ड बनाए गए हैं. वहीं कर्मचारियों के औसतन 3-4 आश्रित हैं और पेंशनर्स के 2-3 आश्रित हैं.
TRENDING NOW
भारी गिरावट में बेच दें ये 2 शेयर और 4 शेयर कर लें पोर्टफोलियो में शामिल! एक्सपर्ट ने बताई कमाई की स्ट्रैटेजी
Wayanad Result Live Updates: राहुल गांधी की सीट बचा पाएंगी बहन प्रियंका? यहां जानें नतीजों की पल-पल की अपडेट
मजबूती तो छोड़ो ये कार किसी लिहाज से भी नहीं है Safe! बड़ों से लेकर बच्चे तक नहीं है सुरक्षित, मिली 0 रेटिंग
Jharkhand Election Results Live Updates: झारखंड चुनाव के आने लगे रुझान, इंडी गठबंधन को पीछे करते हुए भाजपा आगे
आसानी से मिलेंगी कई सर्विसेज
इससे लगभग 20 मॉड्यूल के साथ रोजाना देखभाल के साथ पूरे अस्पताल एडमिनिस्ट्रेशन को कवर किया जाएगा. इससे ओपीडी, आईपीडी, लैब्स, ओटी, ब्लड बैंक, फार्मेसी, रेफरल में मदद मिलेगी. वहीं चेपअप और क्लेम Reimbursement जैसे हॉस्पिटल मैनेजमेंट की सर्विसेज में भी मदद मिलेगी.
ऐप भी किया गया डेवलेप
वहीं इसे लेकर मोबाइल ऐप भी डेवलप किया गया है, जिससे मरीज अपने इलेक्ट्रॉनिक चिकित्सा रिकॉर्ड (EMR) कहीं से भी देख सकेंगे. ऐप के जरिए टेली-काउंसलिंग, लैब रिपोर्ट देखना, पेशेंट को दी जाने वाली दवाएं जैसी सुविधाएं भी दी गई हैं. इसमें सेल्फ रजिस्ट्रेशन की भी सुविधा है. यही नहीं पेशेंट HMIS App के जरिए QR कोड स्कैन कर ओपीडी अप्वाइंटमेंट भी ले सकते हैं.
Zee Business Hindi Live यहां देखें
01:04 PM IST