Indian Railways: पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में एक 12 साल के लड़के ने अपनी सूझ-बूझ और समझदारी से एक बड़ा ट्रेन हादसा होने से रोक लिया, जिससे हजारों पैसेंजर्स की जान बच गई. दरअसल कंचनजंगा एक्सप्रेस (Kanchanjunga Express) तेज रफ्तार के साथ एक ट्रैक पर जा रही थी, जिस ट्रैक पर बारिश के कारण पहले से दरार थी. लड़के ने तुरंत समझदारी दिखाते हुए अपनी लाल कमीज को लहरा दिया, जिसके चलते लोको पायलट ने तुरंत ट्रेन के ब्रेक लगा दिए और बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बच गया. ये घटना पिछले गुरुवार को भालुका रोड यार्ड के पास हुई है. रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि मुर्सलीन शेख (Mursalin Seikh) नाम के इस बच्चे को रेलवे की तरफ से सम्मानित भी किया गया है. 

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उत्तर पूर्व सीमांत रेलवे (Northeast Frontier Railway) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने एक बयान में कहा, "मालदा में 12 साल के लड़के ने अपनी लाल कमीज लहराकर एक तेज रफ्तार ट्रेन को बारिश की वजह से क्षतिग्रस्त हुई रेलवे पटरी के एक हिस्से को पार होने से रोककर साहस का परिचय दिया."

सही समय पर बच्चे ने लहराई टी-शर्ट

उन्होंने कहा कि बारिश की वजह से मिट्टी और पत्थर बह जाने से वह स्थान क्षतिग्रस्त हो गया था. पास के गांव के एक प्रवासी श्रमिक का बेटा मुर्सलीन शेख रेलवे कर्मचारियों के साथ यार्ड में मौजूद था. बारिश की वजह से क्षतिग्रस्त हुए पटरी के हिस्से को देखकर लड़के ने समझदारी से काम लिया और वहां ड्यूटी पर तैनात अन्य रेलवे कर्मचारियों के साथ अपनी लाल शर्ट लहराकर सामने से आ रही ट्रेन के लोको पायलट को सर्तक कर दिया.

बच्चे को किया गया सम्मानित

अधिकारी ने बताया कि क्षतिग्रस्त पटरी की मरम्मत की गई तथा बाद में रेल परिचालन फिर से शुरू किया गया. उन्होंने कहा कि उत्तर पूर्व सीमांत रेलवे के अधिकारियों ने आज लड़के को उसकी बहादुरी के लिए प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार से पुरस्कृत किया. मालदा उत्तर के सांसद खगेन मुर्मू, कटिहार के मंडल रेल प्रबंधक श्री सुरेंद्र कुमार के साथ लड़के के घर पहुंचे और उसे पुरस्कृत किया तथा उसके प्रयास की सराहना की.

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