रेलवे रेल यात्रियों की यात्रा को और सुखद और सुरक्षित बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. रेलवे की ओर से चलती ट्रेन में भी यात्रियों को जरूरत पड़ने पर मदद उपलब्ध कराई जा रही है. इसमें सोशल मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.

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23. करोड़ यात्री रोज रेल से यात्रा करते हैं

रेलवे की ओर से रोज लगभग 2.3 करोड़ यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाया जाता है. रेलवे ने एक सोशल मीडिया सेल बनाई जिसके जरिए शिकायत मिलने या मदद मांगे जाने पर रेलवे की ओर से लगभग 15 मिनट में यात्रियों को मदद पहुंचाई जाती है.

हर तरह की मदद पहुंचाता है रेलवे

किसी रेल यात्री का सामान ट्रेन या स्टेशन पर छूट गया हो या कोई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत हो इंडियन रेलवे के ट्वीटर एकाउंट पर मदद मांगे जाने पर तुरंत यात्रियों को मदद पहुंचाने का काम करती है.

ऐसे पहुंचाई जाती है मदद

जहां अन्य संस्थाओं का सोशल मीडिया पर औसत रिस्पांस टाइम 60 मिनट है रेलवे मात्र 15 मिनट में यात्रियों को मदद पहुंचाने के लिए प्रयास करती है.  जैसे ही रेल मंत्रालय के सोशल मीडिया अकाउंट पर मदद मांगी जाती है तुरंत उस ट्वीट को संबंधित जोन और मंडल कार्यालय को भेजा जाता है. संबंधित मंडल कार्यालय जिस स्टेशन या ट्रेन में शिकायत मांगी जाती है उसके कर्मचारियों से संपर्क कर तुरंत मदद पहुंचाने के निर्देश जारी करता है.