भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने 15 अप्रैल से Train चलाने को लेकर बड़ा बयान दिया है. Indian railways का कहना है कि मीडिया में ऐसी खबरें चल रही हैं कि 15 अप्रैल से पैसेंजर ट्रेनों का चलना फिर शुरू हो जाएगा, लेकिन ऐसा बिल्‍कुल नहीं है.

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रेलवे ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया, जिसमें दावा किया गया था कि 21 दिनों के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बाद ट्रेन सेवा शुरू करने को लेकर फैसला कर लिया गया है. 

रेलवे ने एक बयान में कहा कि रेल मंत्रालय ने इस तरह का कोई भी प्रोटोकोल जारी नहीं किया है, जैसा की रिपोर्ट्स में फर्जी तरीके से बताया गया है. 

नेशनल ट्रांस्पोर्टर ने कहा कि इस स्टेज में यात्री सेवा शुरू करने के बारे मे कयास लगाना जल्दबाजी होगी. 

बयान के अनुसार, "रेलवे सभी हितधारकों और संभावित यात्रियों के हित में फैसला लेगा. 

सभी से आग्रह है कि मीडिया के कुछ धड़ों द्वारा फैलाए गए अफवाह पर ध्यान न दें. बता दें कि कुछ न्यूज रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि भारतीय रेलवे 14 अप्रैल से कुछ उपायों जैसे थर्मल स्क्रीनिंग के साथ यात्री सेवा शुरू करेगा, जिसका रेलवे ने खंडन किया है.

इस बीच, Indian railways ने पहली बार पार्सल ट्रेनों के लिए इतनी बड़ी संख्या में समय-सारणी तय की है. रेल मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार, स्थानीय उद्योग, ई-कॉमर्स कंपनियां, इच्छुक समूह, व्यक्ति और कोई अन्य संभावित लोडर पार्सल बुक करा सकते हैं. लॉकडाउन शुरू होने के बाद से विशेष पार्सल स्पेशल ट्रेनों के लिए 58 मार्गों (109 ट्रेनों) को अधिसूचित किया गया है.

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पार्सल ट्रेन के जरिए खराब होने वाले कृषि और संबंधित क्षेत्र के उत्पाद मसलन अंडे, फल, सब्जियां, मछली, दूध व डेयरी उत्पाद के साथ-साथ दवाएं, चिकित्सा उपकरण, मास्क, खेती के लिए बीज का परिवहन सुगम होगा. इसके अलावा, ई-कॉमर्स कन्साइनमेंट, पैक किए हुए खाद्य पदार्थ, पुस्तकें, स्टेशनरी, पैकिंग सामग्री आदि का भी परिवहन पार्सल ट्रेन के जरिए आसान हो जाएगा.