कानपुर सेंट्रल (Kanpur Central) रेलवे स्टेशन उत्तर मध्य रेलवे का पांचवां ईट राइट स्टेशन (Eat Right Station) बन गया है. कानपुर सेंट्रल से पहले उत्तर मध्य रेलवे (North Central Railway) के प्रयागराज, ग्वालियर, डबरा और डभौरा रेलवे स्टेशन ईट राइट स्टेशन बन चुके हैं. फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन को ईट राइट सर्टिफिकेट (Eat Right Certificate) जारी किया है. अथॉरिटी की ओर से 'सही भोजन, बेहतर जीवन' योजना शुरू की गई है. इसके तहत खाने-पीने की चीजों की बिक्री करने वाले संस्थान जो न्यूनतम मानक पूरे करते हैं.

ईट राइट सर्टिफिकेट के लिए क्या है प्रोसेस

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संस्थानों की ओर से इस बाबत किए आवेदन के आधार पर रेलवे चिकित्सा विभाग की ओर से अधिकारी और खाद्य सुरक्षा अधिकारी प्रयागराज द्वारा जांच कराई जाती है और थर्ड पार्टी ऑडिट द्वारा टेस्टिंग किया जाता है. इसकी रिपोर्ट के आधार पर ईट राइट स्टेशन सर्टिफिकेट फूड सेफ्टी एंड स्टेण्डर्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया प्रमाणित किया गया.

ईट राइट स्टेशन के सर्टिफिकेशन के लिए डॉ. जे.पी. रावत प्रधान मुख्य चिकित्सा निदेशक और डॉ. प्रकाश मुरमु संयुक्त खाद्य सुरक्षा आयुक्त के मार्गदर्शन में अनिल कुमार पोददार अभिहित अधिकारी आर.के. सैनी खाद्य सुरक्षा अधिकारी और ऑडिट पार्टनर इकरा फातिमा का महत्वपूर्ण योगदान रहा है.

वाराणसी जंक्शन को मिला ईट राइट सर्टिफिकेट

बताते चलें कि कानपुर के अलावा वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन को भी अभी हाल ही में ईट राइट स्टेशन सर्टिफिकेट दिया गया है. ये सर्टिफिकेट सिर्फ उन रेलवे स्टेशनों को दिया जाता है जो FSSAI द्वारा रेलवे स्टेशनों को मानक खाद्य भंडारण और स्वच्छता प्रथाओं का पालन करते हैं और रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को सुरक्षित और पौष्टिक भोजन मुहैया करने के बारे में मानदंड स्थापित करते हैं.

5 स्टार रेटिंग का क्या है मतलब

ईट राइट सर्टिफिकेशन के तहत रेलवे स्टेशनों को 1 से 5 तक की रेटिंग दी जाती है. 5-स्टार रेटिंग यात्रियों को सुरक्षित और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराने के लिए स्टेशन द्वारा पूर्ण अनुपालन का संकेत करती है. बताते चलें कि कानपुर सेंट्रल और वाराणसी जंक्शन दोनों ही रेलवे स्टेशनों को 5 स्टार रेटिंग दी गई है.