भारतीय रेल न सिर्फ किफायती है, बल्कि काफी सुविधाजनक भी है. हर दिन लाखों लोग इस ट्रेन से सफर करते हैं. आपने भी किया होगा. ट्रेन से सफर करते समय आप ट्रेन के नंबर को जरूर देखते होंगे क्‍योंकि इसी के जरिए आप अपनी ट्रेन की पहचान करते हैं. लेकिन क्‍या कभी ट्रेन के डिब्‍बे पर लिखे नंबर को नोटिस किया है? 

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जी हां, जिस तरह ट्रेन की हर सीट का एक नंबर होता है, उसी तरह ट्रेन की हर बो‍गी का भी एक नंबर होता है जो बोगी पर लिखा रहता है. ये नंबर 5 डिजिट का होता है. आप बेशक इस नंबर को देखकर नजरअंदाज कर देते हों, लेकिन वास्‍तव में इस नंबर के पीछे खास जानकारी छिपी होती है. आइए आपको बताते हैं.

ऐसे समझें बोगी के नंबर्स का मतलब

ट्रेन की बोगी का निर्माण कब हुआ, ये किस तरह की बोगी है आदि जानकारी आप बोगी पर लिखे नंबर के जरिए जान सकते हैं. ट्रेन की बोगी पर लिखे पहले दो डिजिट बोगी के निर्माण की जानकारी देते हैं और आखिरी तीन अंक इसकी कैटेगरी को बताते हैं. उदाहरण से समझिए- मान लीजिए कि ट्रेन की किसी बोगी पर 05497 नंबर लिखा है. तो आप इसके पहले दो अंकों से इससे बनने के समय का अंदाज लगा सकते हैं. जैसे इसमें 05 का मतलब है कि ये बोगी 2005 में बनी है. वहीं 497 का मतलब है कि ये जनरल कैटेगरी की है. अगर ये नंबर 98497 होता, तो इसका मतलब था कि बोगी 1998 की बनी है.

ऐसे करें कैटेगरी की पहचान

बोगी के नंबर के आखिरी तीन डिजिट से कैटेगरी को समझने के लिए आपको इसका चार्ट देखना चाहिए, ताकि आप ये अंदाजा लगा सकें कि ट्रेन का ये डिब्‍बा किस क्‍लास में आता है-

001-025 : AC First class

026-050 : Composite 1AC + AC-2T

051-100 : AC-2T

101-150 : AC-3T

151-200 : CC (AC Chair Car)

201-400 : SL (2nd Class Sleeper)

401-600 : GS (General 2nd Class)

601-700 : 2S (2nd Class Sitting/Jan Shatabdi Chair Class)

701-800 : Sitting Cum luggage Rake

801 + : Pantry Car, Generator or Mail

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