ट्रेन के सफर में पैसेंजर्स को नहीं होगी अब पानी की परेशानी, रेलवे के ये एडवांस टेक्नोलॉजी करेगी हर मुश्किल आसान
Indian Railways Interesting Facts: ट्रेनों में पानी की कमी न हो, इसके लिए सेंट्रल रेलवे ने IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) का इस्तेमाल किया है.
Indian Railways Interesting Facts: भारतीय रेलवे हर दिन करीब 10 हजार ट्रेनों को चलाती है, जिसमें करोड़ों लोग रोजाना सफर करते हैं. ऐसे में पैसेंजर्स को सफर में किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए रेलवे लगातार कई सारे कदम उठाती रहती है. रेलवे का लक्ष्य टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके लोगों का सफर आसान बनाना रहा है. आज के समय में ट्रेनों में साफ-सफाई और खाने की क्वालिटी को लेकर भी रेलवे काफी सजग है. वहीं, सफर के दौरान ट्रेनों में पानी खत्म न हो, इसके लिए भी रेलवे ने विशेष ध्यान दिया है. ट्रेनों में पैसेंजर्स को पानी की कमी न हो, इसके लिए पानी के लेवल की लाइव मॉनिटरिंग होती है.
कैसे काम करता है ये सिस्टम
सेंट्रल रेलवे ने एक ट्वीट कर बताया कि सेंट्रल रेलवे ने ट्रेन के डिब्बों में पानी के लेवल की लाइव मॉनिटरिंग के लिए IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) की सुविधा शुरू की है. जिसके बाद ट्रेनों में जब भी पानी का लेवल 40 फीसदी से नीचे जाका है, तो ये सिस्टम कोचों में पानी भरने के लिए अगले वॉटरिंग स्टेशन को एक अलर्ट भेज देता है. ये अलर्ट स्टेशन के कंप्यूटर और मोबाइल पर जाता है.
इस सिस्टम के आने के बाद से ट्रेनों में समय से पानी भरने में बड़ी सहूलियत मिलती है. जिसके कारण ट्रेनों के अंदर सफर कर रहे पैसेंजर्स की शिकायतों में कमी आती है.
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