भारतीय रेलवे को अगले तीन महीने में 100 स्मार्ट कोच मिल जाएंगे. इन स्मार्ट कोचों को मिल जाने के बाद यात्रा पहले से अधिक सुरक्षित व अरामदायक हो जाएगी. ये स्मार्ट कोच मॉर्डन कोच फैक्ट्री रायबरेली में बनाए जा रहे हैं. इन 100 स्मार्ट कोच को बनाए जाने का ऑर्डर अप्रैल में मिला था. इस काम के लिए टेंडर दिए जाने का काम भी लगभग पूरा हो चुका है. जल्द ही इन कोचों का उत्पादन शुरू हो जाएगा.

कैफियत एक्सप्रेस में लगाया गया पहला स्मार्ट कोच
भारतीय रेलवे की रायबरेली स्थित कोच फैक्ट्री में तैयार किए गए पहले स्मार्ट कोच को रेलवे ने पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से आजमगढ़ के बीच चलने वाली कैफियत एक्सप्रेस में लगाया गया है. स्मार्ट कोच को नियमित तौर पर कैफियत पर चलाया जा रहा है. इस कोच पर नजर रख रहे तकनीकी विशेषज्ञों ने रेलवे ने इस कोच को किसी लम्बी दूरी की ट्रेन में लगाने की मांग की है ताकि इस डिब्बे के सभी फीचर्स की जांच की जा सके. इस डिब्बे में पानी खत्म होने पर अपने आप अलार्म बजता है लेकिन छोटी दूरी की यात्रा में डिब्बे में पानी खत्म नहीं हो पा रहा है जिससे अलार्म की जांच नहीं हो पा रही है. इसीलिए इस डिब्बे को लम्बी दूरी की ट्रेन में लगाने को कहा गया है.
 
आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस से लैस है ये स्मार्ट कोच
रायबरेली स्थित रेल कोच फैक्ट्री में तैयार किए जा रहे स्मार्ट कोच में सीसीटीवी की मदद से आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस सिस्टम लगाया गया है. ये सिस्टम रेलगाड़ी में चढ़ने वाले सभी यात्रियों और रेल कर्मियों के व्यवहार पर भी नजर रखता है. यदि किसी यात्री का व्यवहार संदिग्ध दिखेगा तो ये सिस्टम तत्काल इसकी सूचना कंट्रोल रूम को देगा. वहीं इस कंट्रोल रूम के सिस्टम में पहले से स्टोर की गई अपराधियों की तस्वीरों से भी ये यात्रियों की तस्वीर मिलाएगा. यदि कोई तस्वीर मिलती है तो तत्काल इसकी सूचना सुरक्षा अधिकारियों को देगा. वहीं यदि कोई रेल कर्मी यात्री से अभद्रता करता है तो इस सिस्टम की मदद से रेल कर्मी पर भी कार्रवाई की जा सकती है.
 
डिब्बे या पटरी में खामी के बारे में पता लगेगा
स्मार्ट कोच में पैंसेंजर इंफार्मेशन एंड कोच कंप्यूटिंग यूनिट लगाई गई. ये यूनिट डिब्बे की हर तरह की गतिविधि पर नजर रखती है. इस स्मार्ट कोच में पहियों पर वाइब्रेशन सेंसर लगाए गए हैं. ये सेंसर पहिए डिब्बे या पटरी में किसी भी तरह की खामी का तुरंत पता लगा लेंगे. ऐसी खामी का पता लगते ही ये सेंसर तुरंत एक अलर्ट रेलवे के कंट्रोल रूम को भेज देगा. ऐसे में गाड़ी को रोक कर तुरंत खामी को दूर किया जा सकेगा. वहीं इस कोच में ऐसे सेंसर लगाए गए हैं कि यदि आपे डिब्बे में रास्ते में पानी खत्म हो जाता है तो इस स्मार्ट कोच में लगा सिस्टम तत्काल अगले स्टेशन को एक संदेश भेज देगा. ऐसे में अगले स्टेशन पर गाड़ी पहुंचने पर वहां ट्रेन को रोक कर उसमें पानी भरा जा सकेगा.