बिहार और झारखंड के यात्रियों को रेलवे का तोहफा, अब रोजाना चलाई जाएगी आपकी ये फेवरिट ट्रेन
Indian Railways: भारतीय रेल अपने यात्रियों को बेहतर, सुविधाजनक और आरामदायक सेवाएं देने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार सभी जरूरी कदम उठाती रहती है. इसी सिलसिल में रेलवे ने बिहार और झारखंड के यात्रियों के लिए बड़ा ऐलान किया है, जिससे बिहार और झारखंड के यात्रियों को एक राज्य से दूसरे राज्य के बीच यात्रा करने में बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.
Indian Railways: भारतीय रेल अपने यात्रियों को बेहतर, सुविधाजनक और आरामदायक सेवाएं देने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार सभी जरूरी कदम उठाती रहती है. इसी सिलसिल में रेलवे ने बिहार और झारखंड के यात्रियों के लिए बड़ा ऐलान किया है, जिससे बिहार और झारखंड के यात्रियों को एक राज्य से दूसरे राज्य के बीच यात्रा करने में बेहतर सुविधाएं मिलेंगी. भारतीय रेल के पूर्व मध्य रेलवे जोन ने बताया कि धनबाद और पटना के बीच चलाई जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस को अब रोजाना चलाया जाएगा. रेलवे के इस फैसले से सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि झारखंड के भी यात्रियों को जबरदस्त फायदा होगा. बताते चलें कि धनबाद और पटना के बीच चलाई जाने वाली ये ट्रेन बिहार और झारखंड के कई इलाकों को कवर करती है.
12 मार्च से रोजाना चलाई जाएगी धनबाद - पटना इंटरसिटी
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि यात्रियों को बेहतर और सुविधाजनक सेवा देने के उद्देश्य से धनबाद और पटना के बीच चलाई जाने वाली गाड़ी संख्या- 13331/13332, धनबाद-पटना-धनबाद इंटरसिटी ट्रेन को 12 मार्च, 2023 से रोजाना चलाया जाएगा. बताते चलें कि इससे पहले ये ट्रेन रविवार को छोड़कर सप्ताह में 6 दिन चलाई जाती थी.
किन-किन रेलवे स्टेशनों पर रुकती है ट्रेन
धनबाद और पटना के बीच चलाई जाने वाली ये इंटरसिटी ट्रेन अपनी यात्रा के दौरान बराकर, चित्तरंजन, जामताड़ा, विद्यासागर, मधुपुर जंक्शन, जसीडीह जंक्शन, झाझा, मननपुर, किऊल जंक्शन, लक्खीसराय जंक्शन, बड़हिया, हाथीदा जंक्शन, मोकामा, बाढ़, बख्तियारपुर जंक्शन, खुसरोपुर और राजेंद्र नगर टर्मिनल रेलवे स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में रुकती है.
बताते चलें कि ये ट्रेन झारखंड में धनबाद से लेकर जसीडीह जंक्शन तक का एरिया और बिहार में सिमुलतला से पटना तक का एरिया कवर करती है. इस ट्रेन में जनरल क्लास के 6, स्लीपर क्लास के 7, थर्ड क्लास एसी के 3, सेकेंड क्लास के 1 कोच और 2 एसएलआर कोच सहित कुल 19 कोच हैं.