Indian Railways: मंगलवार, 21 फरवरी को भारतीय रेल का उत्तर पूर्व रेलवे (North East Railway) जोन का रेल नेटवर्क पूरी तरह से इलेक्ट्रिफाई हो गया. इसके साथ ही भारतीय रेल के कुल 6 जोन अब पूरी तरह से इलेक्ट्रिफाई हो चुके हैं. इसी बीच पूर्व मध्य रेलवे ने एक अहम जानकारी दी है. पूर्व मध्य रेलवे (East Central Railway) ने बताया कि उनके कुल रेल नेटवर्क का 95 फीसदी इलेक्ट्रिफाई किया जा चुका है और बहुत जल्द वे अपने जोन के रेल नेटवर्क को पूरी तरह से इलेक्ट्रिफाई कर लेंगे. बताते चलें कि पूर्व मध्य रेलवे के अधिकार में कुल 4125 रूट किलोमीटर का रेल नेटवर्क है, जिसमें 3911 रूट किलोमीटर को इलेक्ट्रिफाई किया जा चुका है.

पूर्व मध्य रेलवे के पास हैं कुल 5 रेल मंडल

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पूर्व मध्य रेलवे जोन में कुल 5 रेल मंडल हैं. इनमें दानापुर, समस्तीपुर, सोनपुर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय और धनबाद रेल डिवीजन शामिल हैं. पूर्व मध्य रेलवे ने बताया कि कुल 5 में से पंडित दीन दयाल उपाध्याय और सोनपुर रेल मंडल 100 प्रतिशत विद्युतीकृत किए जा चुके हैं. इनके अलावा, धनबाद रेल मंडल में सिर्फ 10 रूट किमी और दानापुर मंडल में मात्र 33 रूट किमी का ही इलेक्ट्रिफिकेशन किया जाना बाकी है जबकि समस्तीपुर मंडल में 169 रूट किमी का विद्युतीकरण बाकी है.

पंडित दीन दयाल उपाध्याय रेल मंडल के नाम दर्ज है ये उपलब्धि

पूर्व मध्य रेल अपने ऑपरेशन्स को बेहतर बनाने के लिए तेजी के साथ विद्युतीकरण का काम कर रहा है. बताते चलें कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल, भारतीय रेल का पहला 100 प्रतिशत इलेक्ट्रिफाई रेल मंडल है. रेल नेटवर्क के इलेक्ट्रिफिकेशन से ग्लोबल वार्मिंग को कम करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में भी काफी मदद मिल रही है. गैर-परंपरागत ऊर्जा को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन देने से न सिर्फ ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित हो रही है बल्कि जलवायु की भी रक्षा हो रही है.

रेल नेटवर्क के इलेक्ट्रिफिकेशन से आम यात्रियों को क्या होगा फायदा

लेकिन यहां एक बड़ा सवाल ये भी है कि रेल नेटवर्क के इलेक्ट्रिफिकेशन से आम यात्रियों को क्या फायदा मिलेगा? इस सवाल का सीधा-सा जवाब ये है कि रेल नेटवर्क के इलेक्ट्रिफिकेशन से यात्रियों को कई जबरदस्त फायदे मिलेंगे. इलेक्ट्रिफिकेशन की वजह से ट्रेनों को डीजल इंजन के बजाय इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव से चलाया जाएगा. जिससे सफर के बीच में इंजन बदलने की झंझट खत्म हो जाएगी. इससे यात्रियों के सफर में न सिर्फ समय की बचत होगी बल्कि इलेक्ट्रिफिकेशन से ट्रेनों की स्पीड बढ़ने से वे समय पर अपने गंतव्य पर भी पहुंच जाएंगे.