Indian Railways: दिवाली और छठ पूजा की वजह से कई गुना बढ़ी यात्रियों की संख्या, सुरक्षा और सुविधाओं के लिए किए गए पुख्ता इंतजाम
Indian Railways: दीपावली और छठ पूजा जैसे बड़े त्योहारों के दौरान रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में यात्रियों की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी देखी जा रही है. यात्रियों की जबरदस्त संख्या की वजह से होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए भारतीय रेल ने रेलवे स्टेशनों पर भीड़ को कंट्रोल करने और अनुशासित करने के लिए कई उपाय किए हैं.
देश की लाइफलाइन कही जाने वाली भारतीय रेल (Indian Railways) की असल परीक्षा दीपावली और छठ पूजा के मौकों पर ही होती है. दरअसल, ये वो समय होता है जब भारतीय रेल की ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ होती है, जिसकी वजह से रेलवे का काम और जिम्मेदारियां दोनों काफी बढ़ जाती हैं. हर बार की तरह इस बार भी दीपावली और छठ पूजा जैसे बड़े त्योहारों के दौरान रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में यात्रियों की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी देखी जा रही है. यात्रियों की जबरदस्त संख्या की वजह से होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए भारतीय रेल ने रेलवे स्टेशनों पर भीड़ को कंट्रोल करने और अनुशासित करने के लिए कई उपाय किए हैं.
रेलवे द्वारा बरती जा रही सावधानियां
जहां तक संभव हो, ट्रेनों को सुचारू रूप से चलाने के लिए पहले ही प्लेटफॉर्म नंबर की जानकारी देने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं. इसके साथ ही रेलवे ने फैसला किया है कि ट्रेनों के प्लेटफॉर्म नंबर में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. स्पेशल ट्रेनों सहित बाकी सभी रैक को प्रस्थान के निर्धारित समय से कम से कम 30 मिनट पहले प्लेटफॉर्म पर लगाया जाएगा. गाड़ियों के बारे में पूछताछ और अनाउंसमेंट की अच्छी व्यवस्था की जा रही है. ट्रेनों की जानकारी देने वाले सभी बोर्ड एक्टिव मोड पर रहेंगे और लेटेस्ट जानकारी दिखाएंगे. एस्केलेटर के लिए कर्मियों की तैनाती की गई है. इसके साथ ही एक वॉट्सऐप ग्रुप के जरिए नियमित निगरानी की जा रही है. रेलवे स्टेशन के नजदीक स्थित रेलवे अस्पतालों, रेलवे डिस्पैनसरी को रेलवे स्टेशन पर किसी भी तरह के हादसे की स्थिति में तैयार रहने का निर्देश दिया गया है.
टर्मिनल स्टेशनों पर मिनी कंट्रोल रूम
भारतीय रेल के टर्मिनल स्टेशनों पर ऑपरेशन्स, कमर्शियल, यांत्रिक, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, आरपीएफ और चिकित्सा के नामित कर्मचारियों के साथ (06.00 बजे से लेकर 24.00 बजे के दौरान) मिनी नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जा रहे हैं. इन पूरी तरह सुसज्जित मिनी-कंट्रोल रूम में टेलीफोन, ट्रेन की जानकारी, पैनल रूम कनेक्टिविटी, प्लेटफॉर्म और सर्कुलेटिंग एरिया का सीसीटीवी फीड जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं. पीक ऑवर के दौरान पूरी निगरानी और सहयोग के लिए अधिकारियों को स्टेशनों पर स्पेशल ड्यूटी ऑफिसर (एसडीओ) के रूप में तैनात किया गया है.
एक्स्ट्रा पैंसेजर वेटिंग एरिया और सुविधाएं
टर्मिनल स्टेशनों पर सर्कुलेटिंग एरिया में 500 से ज्यादा पैसेंजर की क्षमता वाले टेंट की व्यवस्था की जा रही है. अस्थाई वेटिंग एरिया, मोबाइल टॉयलेट, टेंट एरिया के सामने एक्स्ट्रा पानी के नल, एक्स्ट्रा रिजर्वेशन काउंटर और यूटीएस बुकिंग काउंटर, पूछताछ काउंटर, ट्रेन की जानकारी के लिए बड़े साइज की एलसीडी स्क्रीन और अनाउंसमेंट सिस्टम, भोजन और नाश्ते के लिए स्टॉल और आरपीएफ हेल्प डेस्क काउंटर की व्यवस्था की गई है.
रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध रहेंगी मेडिकल सुविधाएं
सुबह 06.00 बजे से लेकर रात के 24.00 बजे तक डॉक्टरों की तैनाती की गई है. टर्मिनल स्टेशनों के साथ-साथ सभी प्रमुख स्टेशनों पर चौबीसों घंटे शॉर्ट नोटिस सूचना पर डॉक्टर उपलब्ध हैं. स्टेशनों पर पैरा-मेडिकल स्टाफ, पर्याप्त संख्या में स्ट्रेचर और व्हीलचेयर के साथ प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र का प्रावधान किया गया है. प्रमुख स्टेशनों पर एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है.
एक्स्ट्रा स्टाफ की तैनाती
यात्रियों की भीड़ को कंट्रोल करने और यात्रियों की सहायता के लिए एक्स्ट्रा कमर्शियल स्टाफ, आरपीएफ, आरपीएसएफ, जीआरपी, सिविल डिफेन्स और स्काउट एवं गाइडों की तैनाती की गई है.