आम लोगों को चार धामों की यात्रा ट्रेन से कराने के लिए रेलवे ने प्रोजेक्ट घोषित किया है. यह रेल लाइन लोगों की आस्था से जुड़ी हुई है ऐसे में इस प्रोजेक्ट के लिए बजट में पैसा मिलने की संभावना है. वहीं सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण लेह तक रेलवे लाइन को ले जाने के प्रोजेक्ट को भी बजट में अच्छा पैसे मिलने की उम्मीद हैं.

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चार धाम प्रोजेक्ट को मिलेगा पैसा

उत्तराखंड स्थित 04 धामों की यात्रा के लिए भारतीय रेलवे ने इन धामों को रेल नेटवर्क से जोड़ने का फैसला लिया है. रेलवे की ओर से इसका सर्वे भी कराया जा चुका है. मोदी सरकार की यह बेहद मत्वकांक्षी परियोजना है.  इसका सर्वे करा लिया है. इस प्रस्‍ताव को सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. एक अनुमान के अनुसार इस रेल नेटवर्क को तैयार करने में 46 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस प्रोजेक्ट के लिए बजट में पैसे मिल सकते हैं.

इन स्टेशनों के बीच बनेगी रेल लाइन

रेलवे ऋिषिकेश-कर्ण प्रयाग रेल लाइन को साईंकोट तक पहुंचाएगा. सहीं से बदरीनाथ-केदारनाथ के लिए लाइन जाएगी. बदरीनाथ के लिए 80 किमी लंबी रेल लाइन साईंकोट से जोशीमठ तक पहुंचाई जाएगी. वहीं केदारनाथ के लिए साईंकोट से सोनप्रयाग तक 98 किमी लंबी रेल लाइन डाली जाएगी. बदरीनाथ रेलवे ट्रैक पर साईंकोट के बाद त्रिपक, तरतोली , हेलंग और जोशीमठ रेलवे स्‍टेशन बनाए जाएंगे. केदारनाथ रेलवे ट्रैक पर बड़ोती, मढ़ाली,चोपता, मक्‍कूमठ, और सोनप्रयाग रेलवे स्‍टेशन बनाए जाएंगे.

लेह तक बननी है रेल लाइन

रेलवे की ओर से बिलासपुर-मनाली-लेह लाइन बनाए जाने की भी घोषणा की गई है. यह रेल लाइन सामरिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण होगी. ये रेल लाइन चीन सीमा के करीब तक जाएगी. ऐसे में यह भारतीय सेना के लिए काफी उपयोगी साबित होगी. इस रेल लाइन के लोकेशन सर्वे के पहले चरण का काम लगभग पूरा किया जा चुका है. इस रेल प्रोजेक्ट के लिए भी बजट में अच्छा पैसा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. भारतीय रेलवे के इतिहास में इस लाइन का निर्माण सबसे मुश्किल माना जा रहा है.