Indian Railways: भारतीय रेल के मध्य रेलवे जोन (Central Railway) ने अपने यात्रियों को आरामदायक यात्रा और बेहतर रेल सेवाएं प्रदान करने के लिए अपने सभी रेल मंडलों में गहन टिकट जांच के माध्यम से बिना टिकट या अनियमित यात्रियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर रहा है. मध्य रेल की टिकट जांच टीम ने अप्रैल-अगस्त 2022 की अवधि के दौरान 143.37 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड टिकट जांच राजस्व अर्जित किया है. अगस्त 2022 के दौरान मध्य रेल ने बिना बुक किए गए सामान, बिना टिकट और अनियमित यात्रा करने वाले 2.92 लाख मामलों में 17.16 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है.

पिछले साल के 9.94 लाख के मुकाबले इस साल पकड़े गए 21.19 लाख मामले 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अप्रैल-अगस्त 2022 की अवधि के दौरान मध्य रेलवे ने बिना टिकट, अनियमित यात्रा और बिना बुकिंग सामान ले जाने के कुल 21.19 लाख मामले पकड़े, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 9.94 लाख मामले पकड़े गए थे. यानी, मध्य रेलवे ने पिछले साल के मुकाबले इस साल ऐसे 114.21 फीसदी ज्यादा लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है.

बिना टिकट और अनियमित यात्रा करने वालों से वसूले गए 143.37 करोड़ रुपये

मध्य रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक बिना टिकट और अनियमित यात्रा से प्राप्त राजस्व में अप्रैल-अगस्त 2022 की अवधि के दौरान 143.37 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान मध्य रेलवे को सिर्फ 57.80 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था. जिसमें इस साल 148.02 फीसदी की बड़ी बढ़ोतरी दर्ज हुई है.

टिकटों की जांच के लिए 1372 हैंड हेल्ड टर्मिनल का हो रहा है इस्तेमाल

डिजिटाइजेशन अभियान के तहत, टिकट चेकिंग स्टाफ को टिकटों की जांच के लिए हैंड हेल्ड टर्मिनल प्रदान किए जा रहे हैं और उन्हें इसका उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. मध्य रेल के टिकट चेकिंग स्टाफ द्वारा अब कुल 1372 हैंड हेल्ड टर्मिनलों का उपयोग किया जा रहा है. मध्य रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे असुविधा से बचने और गरिमा के साथ यात्रा करने के लिए उचित और वैध रेल टिकट के साथ ही ट्रेन में यात्रा करें.