भारतीय रेलवे (Indian railways) पर भी कोरोना वायरस का ज़बरदस्त असर पड़ा है. लाखों की संख्या में लोग ट्रेन टिकट (Train Ticket) कैंसिल कर रहे हैं जिसके चलते रेलवे को लाखों रुपए बतौर रिफंड यात्रियों को देने है. रेल यात्रियों की संख्या में गिरावट और बतौर एहतियात रेलवे ने दर्जनों ट्रैन कैंसिल भी कर दी हैं. केवल नार्दर्न रेलवे ने कोरोना वायरस के चलते 6 ट्रेनों को फिलहाल रद्द कर दिया है.

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नॉर्दर्न रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार के मुताबिक मार्च के पहले हफ्ते में ट्रेन टिकट कैंसिलेशन में ज़बरदस्त इजाफा हुआ है. 1 फरवरी से 15 मार्च तक करीब 8 लाख टिकट कैंसिल हुए हैं. मार्च में ही टिकट कैंसलेशन में 25% की बढ़ोतरी पिछले सीजन के मुकाबले देखी गई है.

ईस्टर्न और वेस्टर्न रेलवे में ट्रेन कैंसिलेशन या टिकट कैंसिलेशन की संख्या सबसे ज़्यादा है. 150 ट्रेनों की occupancy पर लगातार नज़र बनी हुई है और इनको रद्द करने का फैसला जल्द लिया जा सकता है. बड़े स्टेशन जैसे नई दिल्ली स्टेशन वगरह पर रेगुलर fumigation किया जा रहा है.

ट्रेन जैसे ही मेंटेनेंस के लिए आती है या यात्रा पूरी करती है तुरंत पूरी ट्रेन को fumigate किया जा रहा है. ट्रेन में एसी कोच में ब्लैंकेट (कंबल) नहीं दिए जा रहे हैं. एसी कोच से पर्दे हटा दिए गए हैं.

बेडिंग यानी चादर दी जा रही है और इसे रोजाना धोया या साफ किया जा रहा है. एसी कोच में temperature को 25-26 डिग्री ही रखा जा रहा है. स्टेशन पर लगातार जिंगल्स, पोस्टर के जरिये लोगों को जागरूक और सूचित किया जा रहा है. अगर कोई ट्विटर या फेसबुक या सोशल मीडिया के जरिये रेल यात्रा के दौरान ही मेडिकल मदद मांग रहा है उनको तुरंत मेडिकल सुविधा मुहैया कराई जा रही है.

देश भर में कोरोना वायरस फैलने के खतरे को देखते हुए और यात्रियों की बहुत कम संख्या के कारण भरतीय रेलवे (Indian Railways) ने सभी जोनों को मिलाकर एहतियात के तौर पर अब तक 80 ट्रेनों को रद्द कर दिया है. इनमें उत्तर रेलवे की 8 ट्रेनें शामिल हैं. 

इनमें दिल्ली सराय रोहिल्ला पठानकोट एक्सप्रेस, अंबाला कैंट श्रीगंगानगर अंबाला इंटरसिटी एक्सप्रेस, नई दिल्ली फिरोजपुर शताब्दी एक्सप्रेस, छत्रपति शिवाजी महाराज निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस और हजरत निजामुद्दीन से छत्रपति शिवाजी टर्मिनस राजधानी एक्सप्रेस शामिल है.