रेलवे सुरक्षा बल (Railway Protection Force) को रेलवे संपत्ति, यात्रियों, यात्री क्षेत्र और उससे संबंधित मुद्दों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है. यात्रियों को बेहतर, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा की सुविधा देने और उनके बीच सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए आरपीएफ ने देशभर में एक महीने का अभियान शुरू किया है. इसके लिए आरपीएफ (RPF) ने महिलाओं और विकलांग व्यक्तियों के लिए आरक्षित कोचों में अनधिकृत प्रवेश करने वाले यात्रियों, किन्नरों द्वारा उपद्रव, भीख मांगने, ट्रेनों में जबरन वसूली और सामान्य कोचों में अनाधिकृत व्यक्तियों द्वारा सीट को हड़पने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की. इसमें रेलवे ने कुल 12,600 लोगों को गिरफ्तार कर 16.67 लाख रुपये का जुर्माना वसूला है.

महिलाओं के डिब्बे में यात्रा करने वाले 5100 लोग गिरफ्तार

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इस अभियान के दौरान रेलवे सुरक्षा बल ने महिलाओं के लिए आरक्षित कोचों में यात्रा करने और प्रवेश करने के मामले में 5100 लोगों को गिरफ्तार किया. इसके अलावा विकलांग व्यक्तियों के लिए आरक्षित कोचों में प्रवेश करने के मामले में 6300 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हुई. यानी आरपीएफ ने आरक्षित डिब्बों में यात्रा करने के मामले में कुल 11,400 लोगों को गिरफ्तार किया.

विकलांगों के डिब्बे में यात्रा करने वालों से वसूला गया 8.68 लाख रुपये का जुर्माना

महिलाओं और विकलांग लोगों के लिए आरक्षित डिब्बे में यात्रा करने और प्रवेश करने वाले लोगों के खिलाफ रेलवे अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत कानूनी कार्रवाई की गई. महिलाओं के लिए आरक्षित डिब्बे में यात्रा करने और प्रवेश करने वाले लोगों से जुर्माने के रूप में 6.71 लाख रुपये और विकलांगों के लिए आरक्षित डिब्बे में यात्रा करने और प्रवेश करने वाले लोगों से जुर्माने के रूप में 8.68 लाख रुपये वसूले गए. यानी रेलवे ने इन लोगों से कुल 15.39 लाख रुपये का जुर्माना वसूल किया.

ट्रेनों में उपद्रव मचाने वाले 1200 किन्नर भी गिरफ्तार

ट्रेनों में किन्नरों द्वारा उपद्रव करने और यात्रियों के साथ उनके दुर्व्यवहार के बारे में कई शिकायतें आती रही हैं. इस अभियान के दौरान आरपीएफ ने 1200 से ज्यादा किन्नरों को पकड़ा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई. ट्रेन में उपद्रव करने और यात्रियों के साथ घटिया व्यवहार करने वाले किन्नरों से जुर्माने के तौर पर 1.28 लाख रुपये वसूले गए.

इसके अलावा, लंबी दूरी की ट्रेनों के सामान्य डिब्बों में सीट कॉर्नरिंग के खतरे को रोकने के लिए अभियान चलाए गए. तौलिया फैलाने/सीट मोड़ने में शामिल 36 व्यक्तियों की पहचान की गई और उन्हें गिरफ्तार किया गया. आरपीएफ के क्षेत्रीय अधिकारियों को भविष्य में भी इसी भावना से ऐसे अभियान जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं.