Indian Railway Interesting Facts: क्या आपको पता है कि कर्नाटक का हुबली रेलवे प्लेटफॉर्म दुनिया में सबसे लंबा रेल प्लेटफॉर्म (World's longest railway platform) बन गया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने बीते हफ्ते कर्नाटक यात्रा के दौरान इसका उद्घाटन किया है. साउथ वेस्टर्न रेलवे के इस प्लेटफॉर्म को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया है. रेलवे के रिनोवेशन प्रोग्राम के तहत 20 करोड़ की लागत से इस प्लेटफॉर्म का निर्माण किया गया है. इसका रेनोवेशन साल 2021 के फरवरी में शुरू हुआ था.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

1>>कर्नाटक राज्य का हुबली स्टेशन एक रेल जंक्शन है. इसका पूरा नाम श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी हुबली जंक्शन है. यह स्टेशन कर्नाटक लोंडा साइड के लिए अहम क्रॉसरोड है. यह होसापेटे, वास्को-डि-गामा और बेंगलुरू को कनेक्ट करता है.

2>>हुबली स्टेशन पर कुल 8 प्लेटफॉर्म हैं. पहले यहां केवल 5 प्लेटफॉर्म थे, जिसमें 3 नए प्लेटफॉर्म जोड़े गए हैं. प्लैटफॉर्म संख्या 8 जिसकी लंबाई 1507 मीटर है. 

3>>यह दुनिया का सबसे लंबा प्लेटफॉर्म है. यह इतनी लंबाई है कि इलेक्ट्रिक इंजन वाली दो ट्रेन एकसाथ इस प्लेटफॉर्म से विपरीत दिशा में यात्रा कर सकती हैं.

4>>इस रेलवे स्टेशन के निर्माण में 20 करोड़ की राशि खर्च की गई है.

5>> इंडियन रेलवे ने होसापेटे-हुबली-टीनाघाट रेलवे लाइन के इलेक्ट्रिफिकेशन का भी काम पूरा किया है. यह 245 किलोमीटर की दूरी है, जिसकी लागत 519 करोड़ रुपए आई है. ये रूट विजयनगर, कोप्पल, गडग, धारवाड, उत्तर कन्नड और बेलागवी से होकर गुजरती है. कर्नाटक लिंकिंग स्टील प्लांट और पावर प्लांट के लिए यह कोल रूट है. इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा होने से हर साल 250 करोड़ रुपए बचेंगे. हर साल 2.5 लाख किलोलीटर डीजल की बचत होगी.

बेंगलुरू-मैसूर एक्सप्रेसवे  का भी उद्घाटन

कर्नाटक यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने 118 किलोमीटर लंबे बेंगलुरू-मैसूर एक्सप्रेसवे का भी उद्घाटन किया है. इस एक्सप्रेसवे के कारण बेंगलुरू और मैसूर के बीच की दूरी में लगने वाला समय घटकर आधा रह जाएग. अब यह दूरी महज 75 मिनट में पूरी की जा सकती है.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें