भारतीय रेलवे (Indian Railways) में अब अधिकारियों की टेबल पर काफी समय तक फाइलें नहीं पड़ी रहेंगी. दरअसल रेल मंत्रालय ने फैसला लिया है कि 01 दिसम्बर से रेलवे में सभी फाइलों को इलेक्ट्रानिकली बनाया जाएगा. ऐसे में जहां कागज की बचत होगी वहीं रेलवे के काम में तेजी आएगी. पेपरलेस काम करने के तरीके में रेलवे की ओर से ये काफी बड़ा कदम उठाया गया है. अब तक रेलवे में हर तरह के काम के लिए कागज की मोटी - मोटी फाइलें बनाई जाती रही हैं. इन फाइलों को सुरक्षित रखना भी एक बड़ी चुनौती रहता है.

01 दिसम्बर से काम करने लगेगा ई ऑफिस
रेलवे की ओर से जारी किए गए निर्देशों के मुताबिक 01 दिसम्बर से रेलवे बोर्ड के सदस्यों के सामने लाए जाने वाले सारे केस की फाइलें इनेक्ट्रानिक तरीके से पेश की जाएंगी इसके लिए ई ऑफिस का इस्तेमाल किया जाएगा.
 
इस तरह की फाइलों को दी गई छूट
रेल मंत्रालय ने फिलहाल D&AR, विजलेंस, कोर्ट केस, और बेहद गोपनीय फाइलों की फिजिकल फाइल बनाने की अनुमति दी गई है. वहीं रेलवे में अन्य सभी तरह की फाइलों को डिजिटल फॉर्म में बदलने के निर्देश जारी किए गए हैं. पिछले सभी रिकॉर्ड और अन्य फाइलों को 31 दिसम्बर तक डिजिटल फार्म में बदलना है.
 
 
 
जारी किए गए ये निर्देश
रेल मंत्रालय ने निर्देश दिए हैं कि 01 दिसम्बर के बाद कोई भी रेल अधिकारी किसी नई फाइल को फिजिकल फॉर्म में स्वीकार न करें. 01 दिसम्बर के पहले की फिजिकल फाइलों को स्वीकार किया जा सकता है.