देश की सबसे आधुनिक रेलगाड़ी ट्रेन 18 में कई सारी खूबिया हैं. अब तक इस गाड़ी में दर्जनों ऐसे फीचर बताए गए हैं जो इस गाड़ी को विश्व स्तरीय रेलगाड़ी बनाते हैं. पर एक गाड़ी में परिचालन को देखते हुए एक मुश्किल भी है. ट्रेन 18 रेलगाड़ी एक ट्रेन सेट है. इस गाड़ी में कुल 16 डिब्बे हैं. ये डिब्बे 4 - 4 के सेट में हैं. अब तक राजधानी व शताब्दी सहित किसी भी रेलगाड़ी के किसी 1 डिब्बे में कोई तकनीकी खामी आती है तो उस डिब्बे को निकाल कर उसकी जगह पर दूसरा डिब्बा लगा दिया जाता है. वहीं ट्रेन 18 के किसी एक डिब्बे में खामी आने पर चार डिब्बों के सेट को बदलना होगा. ऐसे में रेलवे को इस गाड़ी को नियमित परिचालन में लाने से पहले 4 - 4 डिब्बों के सेट पहले से तैयार रखने होंगे. सूत्रों के अनुसार आईसीएफ की ओर से अब तक तैयार किया गया ट्रेन सेट 16 डिब्बों का है. वहीं इस रेलगाड़ी के परीक्षण के बाद परिचालन के लिए अनुमति मिलने के बाद ही अतिरिक्त डिब्बों के सेट तैयार किए जाएंगे.

गाड़ी चलाने के पहले करनी होगी कई तैयारियां

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ट्रेन 18 का परिचालन करने के पहले रेलवे को कई तरह की तैयारियां करनी हैं. ये अपनी तरह की अलग गाड़ी है. इस गाड़ी के रखरखाव व परिचालन के बारे में सभी रेल कर्मियों को जानकारी नहीं है. ऐसे में आने वाले दिनों में इस गाड़ी के बारे में रेल कर्मियों को चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षित किया जाएगा. वहीं इन गाड़ी में काफी आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया गया है. इसके चलते इस गाड़ी के रखरखाव में भी सावधानी बरतनी होगी. सूत्रों के अनुसार जल्द ही इस गाड़ी का परीक्षण आरडीएसओ शुरू करनेगा. सफल परीक्षण के बाद इस गाड़ी को चलाने को ले कर तैयारियां पूरी की जाएंगी.

महीने के अंत तक फैक्ट्री से बाहर आ जाएगी ट्रेन

रेलवे की सबसे आधुनिक रेलगाड़ी ट्रेन 18 इस महीने के अंत तक फैक्ट्री से बाहर आ जाएगी. इस गाड़ी का बाकी बचा काम पूरा करने के लिए इंटीग्रल कोच फैक्ट्री के रेल कर्मी लगातार मेहनत कर रहे हैं. इस गाड़ी के फैक्ट्री के बाहर आने के बाद इसका ट्रायल उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल में किया जाएगा. इसके लिए लगभग 100 किलोमीटर का एक ट्रैक चिन्हित किया जा रहा है.