Digital Photo ID cards for Divyang Rail Passengers: मध्य रेल ने 1 अक्टूबर, 2022 से दिव्यांगजनों को फोटो पहचान पत्र जारी करने की प्रक्रिया को डिजिटल बनाने के लिए "दिव्यांगजन मॉड्यूल" लॉन्च किया है. पहले दिव्यांग यात्रियों को मैनुअल फोटो पहचान पत्र जारी किया जाता था. लेकिन अब "दिव्यांगजन मॉड्यूल" के साथ, जिसमें आवेदन से लेकर फोटो पहचान पत्र जारी करने तक की पूरी प्रक्रिया डिजिटल हो गई है. दिव्यांगजनों को फोटो पहचान पत्र के लिए आवेदन करने के लिए डिविजन हेडक्वार्टर आने की जरूरत नहीं है. वे अब http://divyanangjanid.indianrail.gov.in पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. रजिस्ट्रेशन के बाद दिव्यांग यात्रियों को जरूरी डॉक्यूमेंट्स जैसे रियायत प्रमाण पत्र, फॉर्म, फोटोग्राफ, विकलांगता प्रमाण पत्र, जन्म तिथि का प्रमाण, पता और फोटो आईडी अपलोड करना होगा.

वेरिफिकेशन और अप्रूवल के बाद जारी किया जाएगा डिजिटल फोटो पहचान पत्र

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सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने के बाद एक प्रोसेस से गुजरना होगा. फोटो पहचान पत्र एप्लिकेशन के वेरिफिकेशन और अप्रूवल के बाद फोटो पहचान पत्र डिजिटल रूप से दिव्यांग यात्रियों को जारी कर दिया जाएगा. फोटो पहचान पत्र को दिव्यांगजन वेबसाइट से डाउनलोड करने के बाद उसका प्रिंट आउट निकलवा सकते हैं. दिव्यांग यात्री मध्य रेलवे द्वारा शुरू की गई इस शानदार सुविधा का लाभ उठा सकते हैं. बताते चलें कि भारतीय रेल, देश के दिव्यांग यात्रियों के लिए फोटो पहचान जारी करता है. इस फोटो पहचान पत्र के जरिए दिव्यांग यात्रियों को ट्रेन में यात्रा करने पर किराए में छूट मिलती है.

पिछले दो साल से वरिष्ठ नागरिकों को किराये में नहीं मिल रही छूट

भारतीय रेल द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को किराये में दी जाने वाली छूट को रोके हुए दो साल से भी ज्यादा का समय बीत चुका है. बताते चलें कि भारतीय रेल ने कोरोना वायरस की शुरुआत के साथ ही वरिष्ठ नागरिकों को किराये में दी जाने वाली छूट को रोक दिया था. बताते चलें कि भारतीय रेल 58 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं और 60 साल से ज्यादा उम्र के पुरुष यात्रियों को किराये में छूट देती थी.