दिवाली, दुर्गा पूजा, छठ पूजा में बिना टेंशन करें सफर, इन रूट्स पर एक दो नहीं चलेगी 26 स्पेशल ट्रेन
Festive Season Special Train: पूर्वोत्तर फ्रंटीयर रेलवे (NFR) अगले दो महीनों में 26 स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला किया है. रविवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई.
Festive Season Special Train: भारत में फेस्टिव सीजन की शुरुआत हो गई है. इसी के साथ ट्रेन में यात्रियों की भीड़ को काबू करने के लिए रेलवे ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. रेलवे द्वारा त्योहारों के मौसम में 10 हजार स्पेशल ट्रेन चलाने का प्रस्ताव है. इसी कड़ी में पूर्वोत्तर फ्रंटीयर रेलवे (NFR) अगले दो महीनों में 26 स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला किया है. रविवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई. बयान में कहा गया है, "NFR ने इस साल त्योहारी सीजन के लिए 254 ट्रिप के साथ 26 विशेष रेलगाड़ियां चलाने का प्रस्ताव दिया है."
Festive Season Special Train: 1 अक्टूबर से 30 नवंबर तक चलेगी 13 जोड़ी स्पेशल ट्रेन
नॉर्थ ईस्ट फ्रंटीयर रेलवे के मुताबिक 13 जोड़ी विशेष रेलगाड़ियां 1 अक्टूबर से 30 नवंबर तक दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा के त्योहारों के दौरान यात्रियों को आरामदायक यात्रा अनुभव प्रदान करेंगी और अतिरिक्त यात्रियों को समायोजित करेंगी. पिछले साल की तुलना में, NFR ने त्योहारी अवधि के दौरान विशेष रेलगाड़ियों और ट्रिप की संख्या लगभग दोगुनी कर दी है. आपको बता दें कि दुर्गा पूजा उत्सव नौ अक्टूबर से शुरू होगा, दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी जबकि छठ पूजा इस साल सात और आठ नवंबर को है.
Festive Season Special Train: इन डेस्टिनेशन को कवर करेंगी स्पेशल ट्रेन
त्योहारों के दौरान रेलगाड़ियां अमृतसर, बेंगलुरु, गोरखपुर, प्रयागराज, कोलकाता, आनंद विहार और श्री गंगानगर जैसे महत्वपूर्ण स्थलों को कवर करेंगी,साथ ही दूसरे स्थलों से भी गुजरेंगी. इसके अलावा, ये स्पेशल ट्रेन इस अवधि के दौरान ज़ोन के भीतर अगरतला, नाहरलगुन, सिलचर, न्यू तिनसुकिया, डिब्रूगढ़ और कटिहार जैसे क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को भी बढ़ावा देंगी. गौरतलब है कि विशेष तौर पर बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जाने वाले कई रेल मार्गों पर दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ के त्योहार के दौरान भारी भीड़ रहती है
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इससे पहले मीडिया को बताया था कि इस साल त्योहारों के मौसम के लिए अब तक कुल 5,975 विशेष ट्रेनें अधिसूचित की गई हैं, जबकि पिछले साल यह संख्या 4,429 थी. उन्होंने कहा, ‘‘इससे पूजा के दौरान एक करोड़ से अधिक यात्रियों को घर जाने में सुविधा होगी.’