घर जाने वालों के लिए खुशखबरी, दिवाली और छठ के लिए नई दिल्ली से चलेगी वंदे भारत ट्रेन, जानें पूरा शेड्यूल
Special Vande Bharat Train: दिवाली और छठ पर अगर घर जाने के लिए टिकट नहीं मिल पा रही है तो परेशान न हो. अब रेलवे अपने पैसेंजर के लिए वंदे भारत ट्रेन चलाने का इंतजाम किया है.
Chhath Festive Special Trains: दिवाली और छठ पर घर जाना चाहते हैं और टिकट नहीं मिल पा रही है तो अब परेशान होने की जरुरत नहीं है. रेलवे पैसेंजर की सुविधा के लिए दिल्ली से पटना से लिए वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएगी. तो चलिए जानते हैं किस दिन चलाई जाएगी ये ट्रेनें.
यात्रियों को घर जाने में होगी सुविधा
रेलवे ने अपने घोषणा में बताया कि यात्रियों की भीड़ को देखते हुए वंदे भारत ट्रेन चलाने की घोषणा की है. यह ट्रन दिल्ली से पटना के बीच चलेगी. यह ट्रेन भारत की सबसे लंबी दूरी की यात्रा करेगी. दिल्ली से पटना की दूरी 900 किलोमीटर है. इतनी दूरी को यह ट्रेन 11 घंटे और 35 मिनट में पूरी करेगी. किस दिन चलेगी यह ट्रेन रेलवे की तरफ से घोषणा के अनुसार, यह ट्रेन दिल्ली से 11 नवंबर, 14 नवंबर और 16 नवंबर को चलाई जाएगी. इसी तरह पटना से दिल्ली के बीच स्पेशल वंदे भारत ट्रेन 12, 15 और 17 नवंबर को चलाई जाएगी. किस रुट से जाएगी यह ट्रेन वंदे भारत ट्रेन संख्या (02252/02251) नई दिल्ली से होते हुए कानपुर सेंट्रल, प्रयागराज, दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, बक्सर, आरा में रुकेगी. इस ट्रेन में कुल 16 कोच हैं जिसे दो क्लास एसी चेयर कार और एक्जीक्यूटिव चेयर कार में बांटा गया है. क्या होगा ट्रेन का समय यह ट्रेन सुबह 7.35 मिनट पर चलकर 19 बजे शाम में पटना पहुंच जाएगी. वहीं पटना से सुबह 7.30 मिनट पर सुबह चलकर उसी शाम दिल्ली 19 बजे शाम में पहुंच जाएगी. इस रूट पर चलाई जा रही कई ट्रेनें इससे पहले रेल मंत्रालय ने प्रेस रिलीज में बताया था कि देश भर के प्रमुख गंतव्यों जैसे दिल्ली-पटना, दिल्ली-श्री माता वैष्णो देवी कटरा, दानापुर-सहरसा, दानापुर-बेंगलुरु, अंबाला जैसे रेल मार्गों को जोड़ने के लिए विशेष ट्रेनों की योजना बनाई गई है.-सहरसा, मुजफ्फरपुर-यशवंतपुर, पुरी-पटना, ओखा-नाहरलागुन, सियालदह-न्यू जलपाईगुड़ी, कोचुवेली-बेंगलुरु, बनारस-मुंबई, हावड़ा-रक्सौल आदि. 2022 के दौरान, भारतीय रेलवे ने 216 पूजा स्पेशल ट्रेनों की 2614 यात्राएं अधिसूचित की थी. उत्तर पश्चिम रेलवे त्योहारी सीजन के दौरान यात्रा की मांग को पूरा करने के अपने प्रयास में कुल 24 ट्रेनों का प्रबंधन करने के लिए तैयार है, जो 1,208 यात्राएं होंगी.