बिना पैसेंजर्स के खाली चल रही है Vande Bharat? कांग्रेस के आरोप पर रेलमंत्री ने बताया वंदे भारत का पूरा सच
Vande Bharat Express Train: वंदे भारत ट्रेनों के खाली चलने के कांग्रेस के आरोपों का रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने जवाब दिया है.
Vande Bharat Express Train: चुनावी महौल में केंद्र की भाजपा सरकार और विपक्षी दलों के बीच जुबानी जंग लगातार जारी है. अलग-अलग मुद्दों पर सरकार को लगातार घेरने की कोशिश कर रहे प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने इस बार वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को चुना है. कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से Vande Bharat Express को निशाना बनाते हुए कहा है कि ज्यादातर रूट्स पर वंदे भारत ट्रेन या तो खाली या फिर आंशिक पैसेंजर्स के साथ चल रही है. वहीं, बाकी की ट्रेनों में पैसेंजर्स की भारी भीड़ लगी हुई है. हालांकि, रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने कांग्रेस के इन आरोपों का जवाब देते हुए वंदे भारत ट्रेनों के खाली चलने वाली बात का पूरा सच बताया है.
क्या है कांग्रेस का आरोप?
कांग्रेस केरल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट कर कहा, "हमने 'वंदे भारत' का बुलबुला फोड़ने का फैसला किया है. IRCTC बुकिंग डेटा से पता चलता है कि 50 फीसदी से अधिक वंदे भारत या तो खाली चल रही है या फिर आंशिक रूप से भरी हुई सीटों के साथ. ये डेटा पूरी तरह से जनरल कैटेगरी की बुकिंग का है, जिसमें तत्काल बुकिंग शामिल नहीं है. छुट्टियों के मौसम में देशभर में लोग भारी संख्या में ट्रैवल कर रहे हैं, जिसके बावजूद वंदे भारत में बुकिंग आश्चर्यजनक रूप से कम हैं."
कांग्रेस ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि मुंबई-सोलापुर वंदे भारत में 277 सीटें खाली हैं, लेकिन इसी रूट पर चलने वाली लगभग अन्य सभी ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट लग चुकी है. जिसका मतलब है कि ट्रेनों की भारी मांग है, लेकिन लोग महंगी टिकट होने के कारण वंदे भारत में बुकिंग नहीं करा रहे हैं. जहां एक तरफ गरीब रथ 770 रुपये में टिकट प्रदान करता है, तो वंदे भारत का अत्याधिक किराया 1720 रुपये आम आदमी को सफर करने से रोकता है.
बुलेट ट्रेन पर भी सरकार को घेरा
अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन भी एक व्यक्ति की मनमर्जी से बिना किसी सलाह-मशविरे के बनाई जा रही है. प्रारंभ में इसका बजट 1.1 लाख करोड़ रुपये था, जो कि वर्तमान में बढ़कर 1.6 लाख करोड़ हो चुका है. वहीं, इसके पूरा होते-होते ये 2 लाख करोड़ रुपये तक जाने की संभावना है. जबकि इसके विपरीत भारतीय रेलवे 4950 करोड़ रुपये की उत्पादन लागत पर प्रतिदिन 13000 से अधिक ट्रेनों का संचालन करती है. इसमें से केवल 51 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें हैं.
रेलमंत्री ने दिया जवाब
कांग्रेस के इन आरोपों का जवाब देने के लिए खुद रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव सामने आए हैं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसका जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस के झूठ का बुलबुला फोड़ने का समय आ गया है. उन्होंने बताया कि 7 मई, 2024 को वंदे भारत ट्रेनों की ऑक्यूपेंसी 98 फीसदी रही है. वहीं, वित्त वर्ष 2024-25 में वंदे भारत ट्रेनों की ऑक्यूपेंसी 103 फीसदी रही है. रेलमंत्री ने आगे सवाल पूछते हुए कहा कि क्या कांग्रेस चाहती है कि वंदे भारत ट्रेनें बंद हो जाएं?