बरसात के पहले रेलवे ने कसी कमर, मानसून में घाट सेक्शन पर ट्रेनों के ऑपरेशन के लिए कर ली पहले से तैयारी
Central Railway ने आगामी मानसून के दौरान विशेष रूप से घाट सेक्शन पर अपनी उपनगरीय और मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की सुचारू और बाधा रहित सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए मानसून की तैयारियों को तेज कर दिया है.
मानसून के सीजन में बरसात के बीच घाट सेक्शन में ट्रेनों को चलाना आसान नहीं है. सड़क का अभाव, ऊंची चट्टानी पहाड़ियां सहित कई सारी दिक्कतें ट्रेनों को चलाने में आती हैं. ऐसे में मध्य रेल (Central Railway) ने आगामी मानसून के दौरान विशेष रूप से घाट सेक्शन पर अपनी उपनगरीय और मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की सुचारू और बाधा रहित सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए मानसून की तैयारियों को तेज कर दिया है. मुंबई मंडल ने मानसून के दौरान घाट सेक्शन पर ट्रेनों की सुरक्षित आवाजाही के उद्देश्य से व्यापक उपाय किए हैं.
सेंट्रल रेलवे ने किए हैं ये काम
* बोल्डर गिरने से रोकने के लिए बोल्डर नेटिंग-
2023 में 500 वर्ग मीटर की तुलना में 2024 में 60,000 वर्ग मीटर.
* पानी के प्रवाह की अनुमति देते हुए बोल्डर/मक स्लाइड को रोकने के लिए केनेडियन फेंसिंग
2023 में 40 मीटर की तुलना में 2024 में 450 मीटर.
* वर्षा जल प्रवाह को निर्देशित करने के लिए नए कैच वाटर ड्रेन-
2023 में 160 मीटर की तुलना में 2024 में 1200 मीटर.
* सुरंग के मुख के पास बोल्डर गिरने/मक को रोकने के लिए सुरंग पोर्टल का विस्तार-
2023 में 45 मीटर की तुलना में 2024 में 170 मीटर.
* पहाड़ियों से अलग हुए रॉक मास को पकड़ने के लिए डायनेमिक रॉक फॉल बैरियर-
2023 में 300 मीटर की तुलना में 2024 में 650 मीटर .
* अन्य उपायों में 13 स्थानों पर बोल्डर कैचिंग नाबदान और 18 स्थानों पर टनल साउंडिंग शामिल हैं.
इसके अलावा सुरंग की साउंडिंग, घाट सेक्शन की व्यापक स्कैनिंग और सेक्शन पर जलमार्गों और वनस्पतियों की सफाई जैसे कार्यों को पूरा करने के लिए हिल गैंग को संचालन में लगाया गया है. पेशेवर प्रशिक्षकों द्वारा हिल गैंग टीम के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए.
IIT मुंबई और कोंकण रेलवे के परामर्श से होता है काम
सेंट्रल रेलवे (Central Railway) ने कहा कि क्वालिटी कंट्रोल को सख्ती से लागू किया जाता है. केवल स्वीकृत मेक के सीमेंट, स्टील और सुदृढीकरण जैसी सामग्रियों की अनुमति है. बोल्डर नेट, रॉक बोल्टिंग और कंक्रीटिंग कार्य आदि को ठीक करने/स्थापित करने से पहले प्रयोगशाला परीक्षण किए जाते हैं. इसके अलावा सलाहकारों के साथ वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा नियमित साइट निरीक्षण भी किया जाता है. इन उपायों की योजना और क्रियान्वयन आईआईटी मुंबई और कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड के विशेषज्ञों के परामर्श से किया गया
घाट सेक्शन में ट्रेन चलाना है मुश्किल
घाट सेक्शन में ट्रेन परिचालन अपने आप में एक कठिन कार्य है और मानसून के दौरान सुरक्षित परिचालन के लिए संरक्षा उपाय प्रदान करना भी कम चुनौतीपूर्ण नहीं है. सड़क पहुंच का अभाव, ऊंची चट्टानी पहाड़ियां, मशीनों को उतारने और साइट पर रखने के लिए जगह की कमी आदि घाट सेक्शन पर काम के दौरान आने वाली कुछ व्यावहारिक कठिनाइयां हैं.
मानसून का मौसम पहले से ही दस्तक दे रहा है, मध्य रेल यात्रियों के लाभ और सुरक्षा के लिए अपने घाट सेक्शन और अपने व्यापक नेटवर्क पर निर्बाध और सुरक्षित ट्रेन परिचालन सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. मध्य रेल का नियंत्रण कार्यालय, चौबीसों घंटे काम करते हुए, निरंतर निगरानी और लगातार अपडेट के लिए मौसम विभाग, आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, विभिन्न राज्य प्राधिकरणों और महत्वपूर्ण स्थानों पर प्रतिनियुक्त कर्मचारियों के साथ निकट संपर्क बनाए रखेगा.