Central Railway Train Speed: सेंट्रल रेलवे अपने पैसेंजर्स को बेहतर सर्विस प्रदान करने के अपने प्रयासों में लगातार लगा हुआ है. ट्रेनों की गति बढ़ाने के लिए विभिन्न खंडों पर बुनियादी ढांचे का काम तेजी से किया जा रहा है. इनमें मल्टीट्रैकिंग (एक सेक्शन में कई ट्रैक बिछाना), ओवर हेड इक्विपमेंट रेगुलेशन, सिग्नलिंग कार्य और अन्य तकनीकी कार्य शामिल हैं.

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चलती ट्रेनों की सुरक्षा और पैसेंजर्स के लिए बेहतर यात्री सुविधा सुनिश्चित करने के लिए, पटरियों को सर्वोत्तम मानकों पर बनाए रखा जा रहा है और पुरानी संपत्तियों को बदलने का काम भी प्राथमिकता पर किया जा रहा है. सेंट्रल रेलवे (Central Railway) के कई खंडों पर ट्रेनों की अधिकतम अनुमेय गति (Maximum Permissible Speed) बढ़ा दी गई है.

किन ट्रेनों की MPS कितनी बढ़ाई गई है:

भुसावल मंडल पर 

  • जलंब-खामगांव खंड पर 50 किमी प्रति घंटे से 90 किमी प्रति घंटे तक,
  • बडनेरा-अमरावती खंड पर 65 किमी प्रति घंटे से 90 किमी प्रति घंटे तक,
  • बडनेरा-चंदूर बाजार खंड पर 100 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे तक बढ़ायीं गई है.

नागपुर मंडल पर

  • माजरी-पिंपलखुटी खंड पर 50 किमी प्रति घंटे से 90 किमी प्रति घंटे तक,
  • 90 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे तक
  • नरखेड़-कोहली खंड (इटारसी-नागपुर तीसरी लाइन),
  • सिंदी-बुटी बोरी खंड (नागपुर-सेवाग्राम तीसरी और चौथी लाइन) और
  • चितौड़ा-हिंगनघाट खंड (सेवाग्राम-बल्लारशाह तीसरी लाइन),
  • बुटी बोरी-खापरी खंड (नागपुर-सेवाग्राम तीसरी और चौथी लाइन) पर 80 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे तक और
  • परासिया-छिंदवाड़ा खंड पर 50 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे तक बढ़ायी गई है,

पुणे मंडल पर

पुणे-सातारा खंड, सातारा-मिरज खंड और मिरज-कोल्हापुर खंड पर 100 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे तक बढ़ायी गई है.

संबंधित अधिकारियों द्वारा सभी संरक्षा पहलुओं और तकनीकी निरीक्षण को सुनिश्चित करने के बाद ट्रेनों की गति बढ़ा दी गई है. इससे ट्रेनों के चलने के समय में कमी आएगी और ट्रेनों की आवाजाही की समग्र समयपालनता में सुधार होगा.

मध्य रेल अपने यात्रियों को सुरक्षित और सुखद यात्रा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसे सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रहा है.