Bangladesh Violence- Maitree Express: पड़ोसी देश में राजनीतिक समस्याओं के कारण भारत-बांग्लादेश के बीच चलने वाली मैत्री एक्सप्रेस को 23 जुलाई तक रद्द कर दिया गया है. पूर्वी रेलवे के सीपीआरओ कौशिक मित्रा ने कहा कि पड़ोसी देश में कुछ राजनीतिक समस्या के कारण बांग्लादेश से भारत के लिए ट्रेन सेवाएं निलंबित हैं. यही कारण है कि कोलकाता से बांग्लादेश की राजधानी ढाका के लिए चलने वाली मैत्री एक्सप्रेस 23 जुलाई तक बंद है.

पैसेंजर्स को मिलेगा रिफंड

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उन्होंने कहा कि 22 और 23 जुलाई को जो भी यात्री टिकट लेने के बाद भी यात्रा नहीं कर पाए, उन्हें पूरा रिफंड दिया जाएगा. जिस काउंटर से टिकट लिया गया था, वहीं से रिफंड जारी करने की व्यवस्था की गई है.

2008 में शुरू हुई थी मैत्री एक्सप्रेस

मैत्री एक्सप्रेस कोलकाता (भारत) और ढाका (बांग्लादेश) को जोड़ने वाली रेल सेवा है. इसे 2008 को लॉन्च किया गया था, मैत्री एक्सप्रेस सप्ताह में एक बार चलती है. इस ट्रेन से 393 किलोमीटर की यात्रा को पूरा करने में 8 घंटे और 55 मिनट लगते हैं. यह ट्रेन भारत और बांग्लादेश के बीच दोस्ती का प्रतीक है.

बंगाल के भू बंदरगाहों के माध्यम से व्यापार ठप

बांग्लादेश में जारी हिंसा के कारण पश्चिम बंगाल के भू बंदरगाहों के माध्यम से भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार सोमवार को लगातार दूसरे दिन भी ठप रहा. हालांकि यात्रियों की सीमित आवाजाही बनी रही. रविवार से मालवाहक ट्रकों की आवाजाही बंद है, क्योंकि सरकार द्वारा घोषित अवकाश के कारण आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर पेट्रापोल भू बंदरगाह का बांग्लादेशी हिस्सा बंद है. भारत और बांग्लादेश के बीच भूमि आधारित व्यापार का लगभग एक तिहाई हिस्सा पेट्रापोल के जरिए होता है. पेट्रापोल, उत्तर 24 परगना जिले के बोनगांव में स्थित है. 

भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण (पेट्रापोल) के प्रबंधक कमलेश सैनी ने बताया, "व्यापार अभी बहाल होना बाकी है. हालांकि, लोगों, खासकर छात्रों की सीमा पार आवाजाही जारी है. अब तक बांग्लादेश से 700 से अधिक छात्र पेट्रापोल पहुंच चुके हैं."

बनाए गए हेल्प डेस्क

सैनी ने कहा कि आने वाले छात्रों की बुनियादी जरूरतों में सहायता के लिए पेट्रापोल में एक सहायता डेस्क स्थापित किया गया है. बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने भी बांग्लादेश में अशांति के बीच छात्रों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए सीमा पर एकीकृत जांच चौकी पर विशेष सहायता डेस्क भी स्थापित किए हैं. 

क्यों हो रही है बांग्लादेश में हिंसा

बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण प्रणाली में सुधार की मांग को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं, जिनमें 100 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. ढाका और अन्य शहरों में विश्वविद्यालय के छात्र 1971 में पाकिस्तान से देश की आजादी के लिए लड़ने वाले युद्ध नायकों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियों में 30 फीसदी तक का आरक्षण देने की व्यवस्था के खिलाफ कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं.