भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के केंद्रीय बोर्ड की बैठक सोमवार को हुई. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई. इस मौके पर केंद्रीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने अपनी ब्याज दरों में जो कमी की है उसका लाभ आम लोगों तक पहुंचे ये बेहद जरूरी है. इसको ध्यान में रखते हुए केंद्रीय बैंक इस मुद्दे पर निजी और सरकारी बैंकों के साथ 21 फरवरी को बैठक करेगा और बैंकों से इस ब्याज कटौती के लाभ को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए कहा जाएगा.

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केंद्रीय बैंक ने घटाई थीं ब्याज दरें

गौरतलब है कि केंद्रीय रिजर्व बैंक ने 7 फरवरी को अपनी मौद्रिक नीति की समीक्षा में रेपो रेट में 0.25% कमी की थी. इसके बाद प्रमुख बैंकों में से सिर्फ एसबीआई ने होम लोन पर ब्याज दर में सिर्फ 0.05% कटौती की है. बाकी किसी अन्य बैंक ने ग्राहकों को बहुत अधिक राहत नहीं दी है.

वित्त मंत्री भी बैठक में हुए शामिल

केंद्रीय बैंक की सोमवार को हुई बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली भी शामिल हुए. उन्होंने अंतरिम बजट के सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को बारे में आरबीआई बोर्ड से चर्चा की. बजट के बाद वित्त मंत्री ने आरबीआई बोर्ड को संबोधित भी किया. बैठक के बाद वित्त मंत्री ने बैंकों के मर्जर के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि देश को बड़े और मजबूत बैंकों की जरूरत है.

डिविडेंट पर भी हो सकती है चर्चा

वित्त मंत्री से रिजर्व बैंक से मिलने वाले डिविडेंड पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आरबीआई स्वतंत्र रूप से इसका फैसला लेती है. बोर्ड बैठक में इस बारे में कुछ अलग से चर्चा नहीं हुई. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि डिविडेंड पर बिमल जालान कमेटी की रिपोर्ट आनी बाकी है. सूत्रों के अनुसार वित्त मंत्री के साथ आरबीआई बोर्ड की बैठक के दौरान सरकार को दिए जाने वाले डिविडेंड पर भी विचार किया जा सकता है.