EPFO खाते में ई-नॉमिनेशन करने के क्या हैं फायदे, आखिर ये इतना जरूरी क्यों है
ईपीएफओ खाताधारक ई-नॉमिनेशन के जरिए आसानी से अपने खाते में नॉमिनी का नाम दर्ज करा सकते हैं. बताते चलें कि ईपीएफ अकाउंट में नॉमिनी का नाम होना बहुत जरूरी है और इसके कई बड़े फायदे हैं. किसी भी EPFO खाताधारक की मृत्यु होने की स्थिति में आसानी से ऑनलाइन क्लेम सेटलमेंट हो जाता है.
सरकार के EPFO सिस्टम से देश के तमाम नौकरीपेशा लोगों और उनके परिवार को बेहतर जीवन मिल रहा है. EPFO खाताधारकों को न सिर्फ पेंशन की सुविधा मिलती है बल्कि उनके खाते में जमा होने वाली राशि पर बैंकों के मुकाबले ज्यादा ब्याज भी मिलता है. EPFO खाताधारकों को अभी 8.1 फीसदी का ब्याज मिलता है, जो किसी भी बैंक द्वारा एफडी पर दिए जाने वाले ब्याज से भी ज्यादा है. डिजिटल हो रहे भारत में सरकार ने EPF खाताधारकों कोई तरह की ऑनलाइन सुविधाएं देना शुरू कर दिया है, जिनके लिए पहले EPFO ऑफिस के चक्कर लगाने पड़ते थे.
ई-नॉमिनेशन के जरिए खाते में आसानी से ऐड किया जा सकता है नॉमिनी
ठीक इसी तरह, पहले ईपीएफओ खाते में नॉमिनी ऐड कराने के लिए लोगों को ईपीएफओ दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे. लेकिन अब ई-नॉमिनेशन फीचर के तहत कहीं भी और कभी भी ईपीएफ खाते में नॉमिनी ऐड किया जा सकता है. हालांकि, कई ईपीएफओ खाताधारक ई-नॉमिनेशन के फायदे नहीं जानते हैं. ऐसे में ई-नॉमिनेशन के फायदे जानना हम सभी के लिए बहुत जरूरी है. ईपीएफओ खाते में ई-नॉमिनेशन के जरिए आप किसी भी व्यक्ति को अपना नॉमिनी बना सकते हैं. किसी भी वित्तीय खाते में नॉमिनी बनाना बहुत जरूरी है. आइए जानते हैं ईपीएफ खाते में ई-नॉमिनेशन के क्या फायदे हैं?
ई-नॉमिनेशन के क्या हैं फायदे
ईपीएफओ खाताधारक ई-नॉमिनेशन के जरिए आसानी से अपने खाते में नॉमिनी का नाम दर्ज करा सकते हैं. बताते चलें कि ईपीएफ अकाउंट में नॉमिनी का नाम होना बहुत जरूरी है और इसके कई बड़े फायदे हैं. किसी भी EPFO खाताधारक की मृत्यु होने की स्थिति में आसानी से ऑनलाइन क्लेम सेटलमेंट हो जाता है. इसके अलावा खाताधारक द्वारा बनाया गया नॉमिनी अगर पात्र है तो उसे पीएफ, पेंशन और इंश्योरेंस (7 लाख रुपये तक) का पैसा भी आसानी से सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है. ई-नॉमिनेशन के जरिए ये सारा काम तेजी के साथ पूरी तरह से ऑनलाइन होता है.