दुनिया के तीसरे सबसे धनी व्यक्ति और दिग्गज निवेशक वारेन बफे की टिप्स अपनाकर कई लोगों ने निवेश किया और कामयाब भी रहे. वारेन बफे की टिप्स निवेश के लिहाज से अक्सर काम आती हैं. बफे का मानना है कि कमाई बढ़ाने के लिए सही दिशा और रणनीति की जरूरत है. अक्सर लोग अमीरों को कोसते हैं, लेकिन ये इसका हल नहीं है. अमीरों को कोसना बंद करें और सही दिशा में इनवेस्ट करें. इनकम बढ़ाने का भी यही तरीका है कि सही जगह निवेश करके मुनाफा कमाएं. हालांकि, बफे का मानना है कि अपनी कमाई का कुछ हिस्सा टैक्स के रूप में जरूर देना चाहिए. वारेन बफे ने मुनाफा कमाने वाली ऐसी ही टिप्स दी हैं.

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1. वैल्यू इनवेस्टिंग- उचित वैल्यूएशन पर ही करें खरीददारी

वैल्यू इनवेस्टिंग, स्टॉक चुनने का मैथड है. इसका मतलब है कि आप उन कंपनियों के शेयर चुनें जिनकी आमदनी, डिविडेंड, बुकवैल्यू और कैशफ्लो को देखते हुए फंडामेंटल काफी मजबूत हैं, लेकिन वह अंडरवैल्यूड हो या ये कहें जिनकी कीमतों में बढ़त की संभावना है.

2. क्वालिटी रखती है मायने

क्वालिटी बिजनेस में ग्रोथ और कंपाउंड कैश फ्लो की संभावना ज्यादा होती है. वहीं, लो-क्वालिटी बिजनेस अमूमन डूब जाते हैं. ऐसे में मार्केट मैनेजर्स भी आपको नहीं बचा पाते. हमेशा ऐसे काबिल मैनेजर्स को साथ रखना चाहिए, जिनके हित आपसे मिलते हों.

3. न हो डायवर्सीफाई

ऐसा निवेश करें जो पूरी जिंदगी के लिए हो, जो आपको हमेशा प्रॉफिट देता रहे. अवसरों पर हमेशा नजर रखें, जो दुनिया में कहीं भी मिल सकते हैं. अवसर किसी अनपेक्षित इंडस्ट्री में भी हो सकते हैं.

4. सब्र करने की क्षमता रखें

सामंजस्य और सब्र काफी जरूरी होते हैं. ज्यादातर निवेशक अपने दुश्मन खुद ही होते हैं. सहनशीलता या सब्र करने की क्षमता फायदा देती है.

5. उतार-चढ़ाव देते हैं अवसर

कंपनी को देखते हुए निवेश पर ज्यादा खर्च या अनुमान से ज्यादा का भुगतान करना, जोखिम कहा जा सकता है. वैल्यू से ज्यादा कीमतों में उतार-चढ़ाव होता है, लेकिन कीमतों में उतार-चढ़ाव (प्राइस वोलेटिलिटी) अवसर दे सकता है.

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6. मौका न हो तो न करें इनवेस्ट

ऐसी घटना कभी भी हो सकती है, जिसकी उम्मीद नहीं हो. इसके लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए. आप निवेश से जुड़ी कुछ गलतियां कर सकते हैं और उसके बावजूद कामयाब हो सकते हैं. सही मौका नहीं मिल रहा है तो कैश रखने में समझदारी होती है.

7. इनवेस्टमेंट से ज्यादा अहम है रिटर्न

ये मायने नहीं रखता कि आप पब्लिक कंपनी, प्राइवेट कंपनी, डेट, प्रिफेर्ड शेयर या इक्विटी में से कहां निवेश कर रहे हैं. इनवेस्टमेंट के तरीके से ज्यादा उससे मिलने वाला रिटर्न ज्यादा अहम होता है. 

8. जरूरी है स्पष्टवादिता

अपनी गलतियों को पहचानना, दृढ़ता के साथ आगे बढ़ना और गलतियों से सीखना जरूरी है. जैसे कि अच्छी राइटिंग आपकी सोच को बेहतर बना सकती है. ऐसा शेयरहोल्डर्स के साथ भी होता है.

9. जिसे प्यार करते हैं वो काम करें

शॉर्ट-टर्म परफॉर्मेंस प्रेशर को खत्म करने के लिए लाइक-माइंडेड शेयरहोल्डर्स की तरह निवेश करें. वो काम करें, जिसे आप प्यार करते हैं और आपको पूरी जिंदगी में ऐसा नहीं लगेगा कि आपने एक भी दिन काम किया है.