Child Financial Planning Mistakes: हर मां-बाप अपने बच्चे को बेहतर कल देना चाहते हैं. यही वजह है कि वह अपने बच्चों के भविष्य (Future Planning) की चिंता करने लगते हैं और फिर उसके लिए निवेश (Investment) और बचत (Savings) शुरू कर दते हैं. हालांकि, निवेश हो या बचत, उसके सही समय पर शुरू ना किया जाए तो उसका पूरा फायदा नहीं मिलता है. और अगर ये 5 गलतियां कर बैठते हैं तो पछताने के सिवा कुछ हाथ नहीं आता. इसलिए बच्चों की फाइनेंशियल प्लानिंग (Child financial planning) में भूलकर भी ये गलतियां न करें. 

गलती नंबर-1. देर से शुरुआत करना

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निवेश में सबसे महत्वपूर्ण है वक्त. जितना लंबा वक्त देंगे निवेश उतना बढ़िया रिटर्न देगा. इसमें एक खास बात का ध्यान रखना है वो है कंपाउंड इंट्रेस्ट (Compound Interest) यानि चक्रवृद्धि ब्याज. इसमें ब्याज पर ब्याज का फायदा मिलता है. साल दर साल ये सिलसिला चलता जाता है. ऐसे में जरूरी है कि आप बच्चों के भविष्य के लिए निवेश की शुरुआत जल्द से जल्द करें और देर ना करें.

गलती नंबर-2. भविष्य के खर्चों का अनुमान

यह सबसे मुश्किल काम होता है, जिसे मां-बाप जानबूझ कर नहीं करते, बल्कि गलती से ऐसा हो जाता है. बच्चे के भविष्य के लिए भारत में खासकर 2 चीजों का ध्यान रखा जाता है. पहला है बच्चे की शिक्षा और दूसरा है उसकी शादी. ऐसे में आपको इसका का बेहतर अंदाजा लगाना होगा कि जब बच्चा बड़ा होगा और उसे एजुकेशन के लिए पैसों की जरूरत होगी. यह भी सही अंदाजा लगाना होगा कि उसकी शादी के लिए कितना पैसा खर्च हो सकता है. कोशिश करें कि उम्मीद से ज्यादा पैसे बचाने या निवेश करें, ताकि दिक्कत ना हो.

गलती नंबर-3. महंगाई को भूलना नहीं है

हर साल महंगाई बढ़ती जाती है, जिसकी वजह से चीजें महंगी होती चली जाती हैं. जब आपको 15 साल या 20 साल बाद के हिसाब से निवेश या बचत के बारे में सोचना है तो उसका कैलकुलेशन करते वक्त महंगाई को भी ध्यान में रखें. आज जितने रुपये में कोई शिक्षा मिलती है, 15-20 साल बाद उतने रुपये में शिक्षा नहीं मिलेगी.

गलती नंबर-4. निवेश का गलत इंस्ट्रूमेंट्स चुनना

निवेश के लिए सही इंस्ट्रुमेंट चुनना जरूरी है. मान लीजिए कि आप अपनी बेटी की शादी को ध्यान में रखते हुए निवेश कर रहे हैं तो आपको उसी हिसाब से निवेश का ठिकाना चुनना चाहिए. आप सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश कर सकते हैं, जिससे बेटी की शिक्षा और शादी दोनों का इंतजाम हो सकता है. ऐसा ना करें कि एफडी में पैसे लगा दें या शेयर बाजार से कमाई करने की सोचने लगें. निश्चित अवधि में गारंटीड रिटर्न चाहिए तो इंट्रुमेंट भी वैसा ही चुनें.

​गलती नंबर-5. खुद की रिटायरमेंट प्लानिंग न करना

अधिकतर मां-बाप ये गलती करते हैं. मां-बाप अपने बच्चों के भविष्य के बारे में इतना चिंतित हो जाते हैं कि वह अपने भविष्य के बारे में सोचना ही भूल जाते हैं. कई मां-बाप तो ये सोचकर अपने लिए पैसे नहीं बचाते या निवेश नहीं करते कि उनका बेटा बुढ़ापे की लाठी बनेगा. अपने भविष्य के बारे में ना सोचना सबसे बड़ी गलती है. बच्चों के भविष्य का ख्याल रखने के साथ-साथ अपने रिटायरमेंट की भी प्लानिंग करें, ताकि बुढ़ापे में कोई दिक्कत ना हो.