LIC Policy: मैच्योरिटी से पहले भी बंद करा सकते हैं एलआईसी पॉलिसी, सरेंडर करने के लिए करना होगा यह काम
Surrendering LIC Policy: मैच्योरिटी से पहले एलआईसी की पॉलिसी सरेंडर करने के बाद ग्राहकों को पूरा पैसा नहीं मिल पाता है.
Surrendering LIC Policy: भारतीय जीवन बीमा निगम (Life Insurance Corporation of India) यानी एलआईसी (LIC) की जीवन बीमा पॉलिसी भारत का सबसे बड़ा और मश्हूर इंश्योरेंस कंपनी है. हमारे देश के करोड़ों लोग इस कंपनी के साथ जुड़े हुए हैं. जीवन बीमा से लेकर और भी कई तरह की दूसरी पॉलिसी लोग एलआईसी के जरिए कराते हैं.
लेकिन कई बार लोग एलआईसी के फायदे और इसका फीचर को सही तरीके से जाने बिना ही इसे खरीद लेते हैं और बाद में पछताते रहते हैं. हालांकि, पॉलिसी के मेच्योरिटी पूरा होने से पहले उससे बाहर निकलने का भी ऑप्शन होता है. अगर आप अपने पॉलिसी से खुश नहीं है तो आप मेच्योरिटी से पहले ही सरेंडर कर सकते हैं. बस इसके लिए ग्राहकों को कुछ बातों का ध्यान रखना होता है.
सरेंडर करने से पहले जान लें जरूरी बातें
-मेच्योरिटी से पहले सरेंडर करने से पॉलिसी की रकम की वैल्यू कम हो जाती है.
-कम से कम लगातार 3 सालों तक प्रीमियम का भुगतान करने के बाद ही पॉलिसी सरेंडर किया जा सकता है.
-जबकि तीन साल पहले सरेंडर करने की स्थिति में कोई वैल्यू नहीं दी जाती है.
-गारंटीड सरेंडर वैल्यू के तहत ग्राहकों को काए गए प्रीमियम और एक्सीडेंटल बेनिफिट के लिए चुकाए गए प्रीमियम को छोड़कर 30 फीसदी पैस कंपनी की तरफ से मिलेगी.
-जितनी लेट पॉलिसी को सरेंडर किया जाता है पैसा उतना अधिक मिलता है.
-इसके बारे में अधिक जानकारी पाने के लिए आप एलआईसी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं.
इस तरह कर सकते हैं पॉलिसी सरेंडर
-सबसे पहले एलआईसी पॉलिसी सरेंडर फॉर्म नंबर 5074 भरने के बाद ओरिजिनल पॉलिसी बांड डॉक्यूमेंट को उसके साथ अटैच करना होगा.
-बैंक खाते का पूरा विवरण देना होगा
-अगर आप सरेंडर फॉर्म नहीं भरते हैं तो आपको एलआईसी का NEFT फॉर्म देना होगा.
-इसके साथ आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या पैन कार्ड जैसे आईडी की कॉपी लगानी होगी.
-एक लेटर लिखकर ये बताना पड़ेगा कि आप पॉलिसी क्यों सरेंडर कर रहे हैं.
-इस तरह आप अपनी प़ॉलिसी को समय से पहले सरेंडर कर सकते हैं.