भारत में अगर निवेश की बात करें तो सबसे पॉपुलर पब्लिक प्रोविडेंट फंड है. इसे पीपीएफ (PPF) के नाम से भी जानते हैं. पीपीएफ भारत सरकार की ओर से ऑफर किया गया एक स्माल सेविंग फंड है. पीपीएफ की ब्याज दरें केंद्र सरकार तीन महीने पर एक बार तय की जाती हैं. 

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पीपीएफ ने निवेशकों को कभी निराश नहीं किया है. क्योंकि इस पर रिटर्न एक तयशुदा ब्याज दर पर मिलता है. खास बात ये है कि इसमें निवेश की रकम पर टैक्स छूट, मैच्योरिटी पर टैक्स-फ्री रिटर्न और निवेश पर पूरी सुरक्षा की गारंटी मिलती है.

पीपीएफ खाते पर इस समय 7.1 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है. आप पीपीएफ खाते में कम से कम 500 रुपये की राशि जमा करा सकते हैं, एक साल में अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा किया जा सकता है.

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पीपीएफ खाता आप डाकघर में या किसी सरकारी बैंक में खोल सकते हैं. बैंकों में पीपीएफ खाते की बात करें तो यहां भारतीय स्टेट बैंक का पीपीएफ खाता सबसे पॉपलुर है. 

एसबीआई में पीपीएफ खाते की विशेषताएं-

-  यहां पीपीएफ खाते में साल में कम से कम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 रुपये जमा करा सकते हैं.

- पीपीएफ खाते की अवधि 15 साल के लिए होती है. इस आप 1 या 5 साल के लिए और बढ़ा सकते हैं.

- पीपीएफ खाते पर ब्याज का निर्धारण हर तीन में सरकार करती है. वर्तमान में ब्याज 7.1 फीसदी है.

- ब्याज की गणना न्यूनतम शेष राशि पर महीने के पांचवें दिन और आखिरी तारीख के बीच की जाती है. 

- पीपीएफ खाते में ब्याज का भुगतान 31 मार्च को किया जाता है.

- पीपीएफ खाते पर आप लोन भी ले सकते हैं. मगर ये इस बात पर निर्भर करता है कि खाता कितना पुराना है और उसमें बैलेंस कितना है.

- पीपीएफ खाते में निवेश करने पर इनकम टैक्स छूट का फायदा भी मिलता है.

- पीपीएफ खाते के लिए एक या ज्यादा नॉमिनी के नाम दे सकते हैं.