Post office MIS Scheme: गारंटी के साथ होगी कमाई, मंथली इनकम भी हो जाएगी फिक्स; समझें कैलकुलेशन
Post Office MIS Scheme: पोस्ट ऑफिस MIS में निवेशक एक बार में अधिकतम निवेशक 9 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं. हालांकि, जॉइंट अकाउंट के जरिए 15 लाख रुपए तक की रकम जमा की जा सकती है.
Post Office MIS Scheme: रिटायरमेंट प्लानिंग की सोच रहे हैं? मार्केट में इनवेस्टमेंट के तो कई ऑप्शन हैं, लेकिन सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न कहां मिलेगा? मेहनत की कमाई के बेहतर और सिक्योर निवेश के लिए ये दोनों सवाल वाजिब है. लेकिन क्या आपने पोस्ट ऑफिस स्कीम का बारे में सुना है...क्योंकि यह कई तरह के इनवेस्टमेंट स्कीम हैं. इनमें गारंटी के साथ सुरक्षित रिटर्न मिलता है. इसमें सरकार समर्थित कई सेविंग स्कीम चलाई जाती हैं. ऐसी ही एक स्कीम पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम अकाउंट यानी MIS है. इसमें एकमुश्त जमा के मैच्योरिटी के बाद से मंथली इनकम होती है. यानी एक तरह से पेंशन स्कीम ही समझ लें.
स्कीम पर मिलने वाली ब्याज दर भी बढ़ी
पोस्ट ऑफिस MIS में निवेशक एक बार में अधिकतम निवेशक 9 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं. हालांकि, जॉइंट अकाउंट के जरिए 15 लाख रुपए तक की रकम जमा की जा सकती है. फिर जमा राशि पर ब्याज से हर महीने इनकम होती है. बता दें कि 1 अप्रैल, 2023 से पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में सालाना 7.4% ब्याज मिल रहा है. मंथली इनकम में निवेशित रकम की मैच्योरिटी 5 साल की होती है.
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एकमुश्त निवेश: ₹5 लाख
लॉक-इन पीरियड: 5 साल
ब्याज दर (सालाना): 7.4%
हर महीने इनकम: ₹3,083
5 साल में ब्याज से कमाई: ₹2,21,424
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम के लिए ध्यान रखने वाली बातें
- अगर 1-3 साल के बीच में पैसा निकालते हैं, तो डिपॉजिट अमाउंट का 2% काटकर वापस किया जाएगा.
- अगर अकाउंट खोलने के 3 साल बाद मैच्योरिटी के पहले कभी भी पैसा निकालते हैं, तो जमा राशि का 1% काटकर वापस किया जाएगा.
- MIS अकाउंट को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर भी कर सकते हैं.
- मैच्योरिटी यानी पांच साल पूरा होने पर इसे आगे 5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है.
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06:14 PM IST