ज्‍यादातर लोग कहीं भी निवेश करने से पहले ये सोचते हैं कि उन्‍हें उनके निवेश पर गारंटीड रिटर्न मिले. यानी जो भी रिटर्न मिलना हो, वो तय हो, उसमें किसी तरह के उतार-चढ़ाव की स्थिति न हो. इसके अलावा बेहतर रिटर्न मिले. लेकिन यहां हम आपको बताने जा रहे हैं जिस स्‍कीम के बारे में जिसमें आपको एक साथ कई सारे फायदे मिलते हैं. हम बात कर रहे हैं नेशनल सेविंग्‍स सर्टिफिकेट (NSC) के बारे में, इस स्‍कीम में आपको कंपाउंडिंग इंटरेस्‍ट (Compunding Interest) का फायदा मिलता है, जिसके कारण रिटर्न काफी अच्‍छा मिलता है. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसके अलावा सेक्शन 80 सी के तहत आप इसमें टैक्‍स में छूट का भी फायदा ले सकते हैं. पोस्‍ट ऑफिस (Post Office) की इस स्‍कीम में 1 जनवरी से इंटरेस्‍ट रेट्स भी बढ़ गए हैं. अब तक इस स्‍कीम पर आपको 6.8 फीसदी के‍ हिसाब से ब्‍याज मिल रहा था, लेकिन अब ब्‍याज दर 7 प्रतिशत हो गई है. नए साल 2023 पर अगर आप इस स्‍कीम का चुनाव करते हैं तो आप एक साथ कई फायदे ले सकते हैं.

5 साल में होगी मैच्‍योर

NSC का एक फायदा ये भी है कि इसमें आपको बहुत लंबे समय के लिए पैसा जमा नहीं करना पड़ता. महज 5 साल में ये स्‍कीम मैच्‍योर हो जाती है. सालाना आधार पर ब्याज की कम्‍पाउंडिंग होती है और गारंटीड रिटर्न मिलता है. हालांकि, इसमें कोई पार्शियल विड्रॉल नहीं हो सकता. मतलब आपको एक साथ पूरा अमाउंट 5 साल बाद ही मिलेगा. लेकिन इसके ब्‍याज दरों के बदलाव का आपके निवेश पर कोई असर नहीं पड़ता. आपने जितनी ब्‍याज दर के साथ निवेश किया है, मैच्‍योर होने तक आपके एनएससी अकाउंट पर वही ब्‍याज दर लागू रहेगी.

निवेश की कोई सीमा नहीं

एनएससी को न्‍यूनतम 1000 रुपए में खरीदा जा सकता है और अधिकतम निवेश की कोई सीमा तय नहीं की गई है. यानी आप इसमें अधिकतम कितनी भी राशि का निवेश कर सकते हैं. Post Office NSC कैलकुलेटर के मुताबिक, अगर स्‍कीम में एकमुश्‍त 10 लाख रुपए का निवेश किया जाए तो 7 फीसदी ब्‍याज दर के हिसाब से 5 साल बाद मैच्‍योरिटी पर कुल 14,02,552 रुपए मिलेंगे. 

जानें जरूरी बातें

  • NSC को किसी भी भारतीय डाकघर से खरीदा जा सकता है.
  • जमा की गई रकम पर Section 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है यानी हर साल 1.50 लाख रुपए तक की जमा पर टैक्स छूट ले सकते हैं.
  • SC को भुनाने पर जो रकम आपको मिलती है, उस पर TDS नहीं कटता, लेकिन वो रकम Taxable Income में शामिल होती है और उस पर Tax Slab के हिसाब से टैक्स की गणना होती है.
  • कोई भी नागरिक इसमें अकाउंट खुलवा सकता है. ज्वाइंट अकाउंट की भी सुविधा है.
  • 10 साल से ऊपर के बच्चों के माता-पिता उनकी जगह सर्टिफिकेट खरीद सकते हैं.
  • NSC को, जारी होने से लेकर मैच्योरिटी डेट के बीच एक बार एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के नाम पर ट्रांसफर किया जा सकता है. 

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें